राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर लोकतंत्र को लेकर उपदेश दिए गए, भारत का लोकतंत्र ऐसा नहीं है कि जिसकी इस तरह खाल उधेड़ी जा सके. भारत का लोकतंत्र आलोचना के लायक नहीं है.
तृणमूल कांग्रेस (टीएसमी) सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बयान पर पलटवार करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने जिन शब्दों का प्रयोग किया, तो ऐसा लगा कि वो बंगाल की बात कर रहे हैं या देश की. वहीं, कांग्रेस सांसद प्रकाश सिंह बाजवा के बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगा वो कांग्रेस काल के आपातकाल, 1984 के दंगों का जिक्र करेंगे.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा लोकतंत्र किसी भी मायने में वेस्टर्न इंस्टीट्यूशन नहीं है, ये एक ह्यूमन इंस्टीट्यूशन है. भारत का इतिहास लोकतांत्रिक मूल्यों से भरा हुआ है, प्राचीन भारत में 81 गणतंत्रों का वर्णन हमें मिलता है. आज देशवासियों को भारत के राष्ट्रवाद पर हो रहे हमलों से बचाना जरूरी है. भारत का राष्ट्रवाद ना तो संकीर्ण है, ना ही आक्रामक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा लोकतंत्र सत्यम शिवम सुंदरम के मूल्यों से प्रेरित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में बताया कि ये शब्द नेताजी सुभाष चंद्र बोस के हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमें दुनिया से लोकतंत्र सीखने की जरूरत नहीं है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है.
इमरजेंसी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब देश में आपातकाल लगा, तो न्यायपालिका और देश की क्या हालत थी सभी को पता है. लेकिन देश का लोकतंत्र इतना ताकतवर है कि आपातकाल को हमने पार कर दिया.
कोरोना को लेकर देश की ओर उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस देश को तीसरी दुनिया का हिस्सा माना जाता था, उसी भारत ने एक साल में दो वैक्सीन बनाई और दुनिया को मदद पहुंचाई. पीएम मोदी ने कहा कि जब कोरोना के खिलाफ कोई दवाई नहीं थी, तब भारत ने 150 देशों को दवाई पहुंचाई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब जब वैक्सीन आ गई है, तब भी दुनिया को भारत ही वैक्सीन दे रहा है. देश के अंदर भी केंद्र और राज्य की सरकारों ने मिलकर काम किया है.