पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा लिखे एक गरबा गीत पर आधारित म्यूजिक वीडियो रिलीज किया गया है. यह गरबा गीत गुजरात की संस्कृति की शान और विरासत है. गुजरात में धूमधाम से नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और दुर्गा पंडालों में देवी मां की आराधना करते हुए यहां गरबा खेलने की परंपरा रही है. गरबा मां के पंडाल में उनकी जोत के चारों ओर गोल घेरे में ताली बजाकर किया जाने वाली नृत्य है. बता दें कि पीएम मोदी ने यह गरबा गीत वर्षों पहले लिखा था.
ध्वनि भानुशाली ने गाया गीत
पीएम मोदी के लिए गरबा गीत पर नवरात्रि के मौके पर वीडियो रिलीज किया गया है. इसे ध्वनि भानुशाली ने गाया है, और तनिष्क बागची ने गीत के स्वर दिए हैं. इस गीत के निर्माता जैकी भगनानी हैं. गीत को यूट्यूब पर रिलीज किया जा चुका है. यहां यूट्यूब चैनल ने इसकी घोषणा करते हुए लिखा कि, पीएम मोदी के लिखे गीत के साथ 'गरबो' में हमें तनिष्क बागची के सुर और ध्वनि भानुशाली की आवाज का जादू देखने को मिलेगा. संगीत का ये जादू नवरात्रि के दौरान गुजरात की संस्कृति को देखने के लिए प्रेरित करता है. इसे नदीम शाह ने डाइरेक्ट किया है. चैनल ने लिखा, 'तो अपनी टीम तैयार करें, अपने डांडिया और घाघरा तैयार करें, और 'गरबो' को अपना नवरात्रि गान बना लें.
सिंगर ने किया X पर ट्वीट
उधर, सिंगर ध्वनि भानुशाली ने X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, नरेंद्र मोदी जी,तनिष्कबागची और मुझे आपके द्वारा लिखा गया गरबा बहुत पसंद आया. हम एक फ्रेश लय, रचना और स्वाद के साथ एक गीत बनाना चाहते थे. उन्होंने चैनल के लिए लिखा कि, चैनल ने इस गीत और वीडियो को जीवंत बनाने में हमारी मदद की.
कई वर्षों से कुछ नहीं लिखा
इस ट्वीट के जवाब में पीएम मोदी ने ध्वनि भानुशाली को टैग करते हुए Thank You लिखा. उन्होंने लिखा 'गरबा की इस मनमोहक प्रस्तुति के लिए जो मैंने वर्षों पहले लिखी थी. यह कई यादें वापस लाती है. मैंने कई वर्षों से नहीं लिखा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में मैं एक नया गरबा लिखने में कामयाब रहा, जिसे मैं नवरात्रि के दौरान साझा करूंगा.
पढ़िए पीएम मोदे के लिखे गरबा गीत के लिरिक्स
गाय तेनो गरबो ने झीले तेनो गारबो,
गरबो गुजरात नी गरवी मिरात छे।
घूमे तेनो गरबो तो झूमे तेनो गरबो,
गरबो गुजरात नी गरवी मिरात छे।
सूर्य चंद्र गरबो ने ट्रैक्टुओ पैन गरबो,
गरबो गुजरात नी गरवी मिरात छे।
तंदु डोलावे ने, मनादु जुमावतो
सवने रे गमतो गरबो
रेडियारी रातो मैं लगाय रेडियमनो
रामतो ने भामतो गरबो... के घुमतो..
हे हया हा, हे हया हा.
ओहू हू हू हू हू
दिवस पान गरबो ने रात पान गरबो
गरबो गुजरात नी गरवी मिरात छे।
संस्कृति गरबो ने प्रकृति गरबो
वंसदि छे गरबो, मोरपींच गरबो.
गरबो मति छे, गरबो सहमती
वीरनो ए गरबो, अमीरनो ए गरबो।
काया पान गरबो ने जीव पान गरबो,
गरबो जीवन नि हलवी निरात छे।
गरबो सती छे ने गरबो गति छे
गरबो नारी नी फूल नी बिछात छे।
तंदु डोलावे ने, मनादु जुमावतो
सवने रे गमतो गरबो
रेडियारी रातो मैं लगाय रेडियमनो
रामतो ने भामतो गरबो... के घुमतो..
गरबो तो सत छे ने गरबो अक्षत छे
गरबो माताजिनु कंकु रदियात छे (2)
अव्व मा गरबो, स्वभाव मा गरबो
भक्ति चे गरबो, हां शक्ति चे गरबो (2)