गुजरात के केवड़िया रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करते हुए पीएम मोदी ने अपने पुराने दिनों को याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि उन दिनों वड़ोदरा से गुजरने वाली नैरो गेज ट्रेनों की रफ्तार इतनी कम रहा करती थी कि अगर कोई पैदल भी चलता था तो ट्रेन से आगे निकल जाता. पीएम ने कहा कि कई बार वो भी इस मजेदार यात्रा का आनंद लिया करते थे.
बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार को सरदार पटेल की प्रतिमा स्थल केवड़िया के लिए देश भर से आठ ट्रेनें शुरू की है. अब दिल्ली, वाराणसी, रीवा समेत देश के कई शहरों से केवड़िया के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू हो गई है. यहां से लोग सीधा केवड़िया जाकर सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा का भव्य दृश्य देख सकेंगे.
रविवार को ही पीएम मोदी ने दभोई-चंदोद परिवर्तित ब्रॉड गेज लाइन, चंदोद-केवड़िया नई ब्रॉड गेज लाइन, नए प्रतापनगर-केवड़िया विद्युतीकरण खंड और दभोई, चंदोद और केवड़िया स्टेशन के नए भवन का उद्घाटन किया.
केवड़िया रेलवे स्टेशन के उद्घाटन पर पीएम @narendramodi ने ताज़ा की बचपन की यादें #Kevadiya #StatueOfUnity pic.twitter.com/w5Nwvf7i6s
— AajTak (@aajtak) January 17, 2021
इस दौरान दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पुराने दिनों में खो गए. पीएम ने कहा कि आज जब इस कार्यक्रम से वे जुड़े हैं तो पुरानी स्मृतियां भी ताजा हो गई हैं. पीएम ने कहा, "बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि वड़ोदरा और दभोई के बीच में नैरो गेज ट्रेनें चलती थी, मुझे अक्सर उसमें यात्रा करने का अवसर मिलता रहता था, माता नर्मदा के प्रति एक जमाने में मेरा विशेष आकर्षण रहता था, मेरा आना जाना रहता था, जीवन के कुछ पल मां नर्मदा की गोद में बिताता था, और उस समय इस नैरो गेज ट्रेन से चलता था."
पीएम मोदी ने इस याद को ताजा करते हुए कहा कि, "इस नैरो गेज ट्रेन का मजा ये होता था कि उसकी स्पीड इतनी धीमी होती थी कि आप कहीं भी उतर जाइए, कभी भी चढ़ जाइए... अगर आप साथ-साथ चलते तो लगता था कि आपकी ही स्पीड ज्यादा है. मैं भी कभी इसका मजा लूटता था..."
पीएम ने कहा कि इस रेल कनेक्टिविटी का लाभ स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने वालों को तो मिलेगा ही, इस कनेक्टिविटी से केवड़िया के आदिवासी भाई-बहनों की जिंदगी भी बदलने जा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि ये रेल लाइन रोजगार और स्वरोजगार के असर लेकर आएगी.