प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोमवार को संसद में दिए गए भाषण की खूब चर्चा हो रही है. पीएम ने कमोबेश डेढ़ घंटे तक भाषण दिया और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेताओं को नसीहतें भी दी और कई के पार्टी छोड़ने की भी आशंका जताई. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं से कहा कि आप में कुछ लोग तो चुनाव लड़ने का हौंसला भी खो चुके हैं. पीएम अपने भाषण के दौरान संसद में विपक्ष पर भड़क भी गए.
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को हकीकतों के आधार पर एक बड़ा डॉक्यूमेंट बताया. विपक्ष के कुछ सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सवाल भी उठाए थे. संसद में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में सुरक्षा चिंताओं पर कोई बात नहीं रखी. हालांकि, पीएम ने राष्ट्रपति के भाषण को एक विकसित देश के लिए अहम बताया. पीएम ने कहा कि विपक्ष कुछ दिनों में दर्शक दीर्घा में दिखेगा.
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कब तक? पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों से पूछा
पीएम मोदी इसी पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आपके यहां फिशरमैन, पशुपालक, महिलाएं, युवा अल्पसंख्यक में ना हो... क्या हो गया है दादा? पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों ने कहा, "कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे, कब तक समाज को बांटते रहोगे, बहुत तोड़ा देश को." पीएम मोदी ने इसके बाद कहा कि अच्छा होता कि जाते-जाते कम से कम कुछ सकारात्मक बातें होती, सुझाव आते लेकिन हर बार कि तरह आप सब साथियों ने देश को बहुत निराश किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने उन लोगों भी पर हमला बोला जो कथित रूप से देश को तोड़ने की बात करते हैं. पीएम ने कहा कि देश को जोड़ने की बात तो छोड़ो तोड़ने की कोशिश की जा रही है. क्या इतने टुकड़े करके भी आपके मन को शांति नहीं मिली. देश के इतने टुकड़े किए, कब तक टुकड़े करते रहोगे? पीएम ने जम्मू कश्मीर के विकास की चर्चा की और कहा कि 370 को हौआ बनाया गया लेकिन कश्मीर के लोगों ने उसका स्वागत किया.
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नेहरू की सोंच का देश को भुगतना पड़ा परिणाम
प्रधानमंत्री ने पूछा कि धारा 370 की समस्या किसकी देन थी, किसने भारत के माथे पर मारा था और किसने संविधान के अंदर इस तरह की दरार पैदा की. पीएम ने सदन में कहा कि अगर वह 'नेहरू जी' का नाम लेते हैं तो वे (विपक्ष के लोग) भड़क जाते हैं लेकिन कश्मीर को जो समस्या झेलनी पड़ी उसके मूल में उनकी (नेहरू) की सोंच थी और उसका परिणाम देश को भुगतना पड़ा.
परिवारवाद का खामियाजा देश ने उठाया
पीएम ने साथ ही कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को, देश के लोगों को नेहरू जी की गलतियों का बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है और कांग्रेस ने भी उठाया है. उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर गुलाम नबी आजाद तक सब परिवारवाद की भेंट चढ़ गए. पीएम ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोग तो मकेनिक का काम भी सीख गए हैं. पीएम ने कहा कि कांग्रेस एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च करने की कोशिश में है.