प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शुक्रिया अदा किया. पीएम ने कहा कि रूस-भारत ने वक्त-वक्त पर अपनी दोस्ती निभाई है. पीएम बोले कि Vladivostok (रूस का शहर) यूरेशिया और पैसिफिक का संगम है.
पीएम मोदी ने कहा कि साल 2019 में मैंने Vladivostok में एक फोरम में हिस्सा लिया था, जिसमें एक्ट फार ईस्ट पॉलिसी की शुरुआत की गई थी. भारत और रूस एक गहरे दोस्त हैं, वक्त-वक्त पर दोनों देशों ने एक-दूसरे का साथ दिया है.
पीएम ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में दोनों देश एक साथ आए और वैक्सीन के क्षेत्र में दोनों की जोड़ी ने दुनिया को मदद पहुंचाई. भारत और रूस की एनर्जी के क्षेत्र में पार्टनरशिप दुनिया को एक नई दिशा दे सकती है.
India has a talented and dedicated workforce, while the Far East is rich in resources.
— PMO India (@PMOIndia) September 3, 2021
So, there is tremendous scope for Indian talent to contribute to the development of the Russian Far East: PM @narendramodi
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के युवा भी रूस के अंदरूनी क्षेत्र में कई तरह से अपना सहयोग दे सकते हैं.
आपको बता दें कि रूस द्वारा आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम का ये छठा एडिशन है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2015 में इसकी शुरुआत की थी. इस फोरम में 60 से अधिक देशों को एक साथ लाया गया है, जिसका फोकस रूस के अंदरूनी हिस्सों में निवेश करवाना है.
गौरतलब है कि भारत और रूस ने कोरोना काल में स्पुतनिक-वी पर बड़े स्तर पर काम किया है. भारत में अभी इस्तेमाल में लाई जा रही तीन वैक्सीन में एक स्पुतनिक-वी भी है. अभी रूस से स्पुतनिक-वी को इम्पोर्ट किया जा रहा है. हालांकि, डॉ. रेड्डी लैब्स की मदद से भारत में इसका प्रोडक्शन भी शुरू हो गया है.