Kerala Vande Bharat Express Train: भारतीय रेलवे लगातार वंदे भारत के नेटवर्क को बढ़ाने का कार्य कर रहा है. अब इसी कड़ी में एक और राज्य को वंदे भारत की सौगात मिलने जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी 25 अप्रैल को केरल को वंदे भारत का तोहफा देने जा रहे हैं. देश में 16वीं वंदे भारत पटरियों पर दौड़ने को तैयार है. ये वंदे भारत तिरुवनंतपुरम से कासरगोड़ के बीच दौड़ेगी.
बता दें, पहले ये वंदे भारत तिरुवनंतपुरम से कन्नूर के बीच चलाई जानी थी, लेकिन बाद में इसे तिरुवनंतपुरम से कासरगोड़ के बीच चलाने का फैसला किया गया. इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 18 अप्रैल को लोगों को दी थी. रेल मंत्री की मानें तो रेलवे रेलवे दो चरणों में केरल में पटरियों को अपग्रेड करेगा.
पहले चरण के तहत, 381 करोड़ रुपये की लागत से कासरगोड से तिरुवनंतपुरम तक पूरे ट्रैक को 110 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता में बदलने के लिए काम किया जाएगा. ये कार्य लगभग डेढ़ साल के अंदर पूरा किया जाएगा. वहीं, दूसरे चरण के तहत, ट्रैक की गति क्षमता को बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटा करने का कार्य किया जाएगा. इस काम को पूरा करने में दो से साढ़े तीन साल का वक्त लग सकता है.
केरल को मिलने वाली ये वंदे भारत तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक 530 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगी. इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन करीब 11 स्टेशनों पर रुकेगी. वहीं, इस पूरी योजना के लिए 64,000 रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में एक हाई स्पीड ट्रेन है. यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर/घंटा है. यह ट्रेन पूरी तरह भारत में डिजाइन और मैन्युफैक्चर की गई है, जिसमें 80% उत्पादों को स्वदेशी बनाया गया था. ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं.