कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार दोपहर 3.30 पर अहम मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होगी. साथ ही महामारी से निपटने के लिए अब तक उठाए गए कदमों का रिव्यू भी होगा.
जानकारी के मुताबिक, बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय, कैबिनेट सचिव और नीति आयोग भी शामिल होगा. इस दौरान कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए नई पहलों पर भी चर्चा की जाएगी.
अक्टूबर में आ सकती है तीसरी लहर
उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाला नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट (NIDM) तीसरी लहर के मद्दनेजर मिल रही चेतावनियों पर अध्ययन कर तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियां कर रही हैं. इस पैनल ने पीएमओ को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीसरी लहर का पीक अक्टूबर में हो सकता है. साथ ही यह भी कहा गया है कि इस बात के पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिले हैं कि बच्चों पर इस वायरस का असर ज्यादा होगा लेकिन वायरस के फैलने से बच्चों में खतरा बढ़ सकता है क्योंकि भारत में बच्चों को टीके अबतक नहीं लगे हैं.
आईआईटी कानपुर ने कहा- नवंबर में पीक पर होगी तीसरी
उधर, कोरोना महामारी के गणितीय मॉडलिंग में शामिल आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने कहा है कि अगर डेल्टा से अधिक संक्रामक वायरस उभरता है और सितंबर के आखिरी तक पूरी तरह से एक्टिव हो जाता है, तो तीसरी लहर नवंबर में अपने पीक पर होगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह लहर दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी, लेकिन पहली लहर के समान ही होगी.
अग्रवाल ने यह भी कहा है कि अगर कोई डेल्टा से अधिक संक्रामक वेरिएंट सामने नहीं आता है, तो हो सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर आए भी नहीं.