रूसी हमले के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोवस्की के बीच जोरदार बहस हो गई. एडम ने महिला सांसद पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाया. इसके बाद प्रियंका ने अपने दावे को साबित करने के लिए कुछ सबूत भी दिए. बहस बढ़ता गया और फिर एडम ने शिवसेना सांसद से फोन पर बात करने का आग्रह किया. लेकिन वो नहीं मानीं.
दरअसल, यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां रह रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए पोलैंड की तरफ जा रहे हैं. इनमें भारतीय लोग भी शामिल हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसमें दावा है कि भारतीय नागरिकों को पोलैंड की सीमा में घुसने से रोका जा रहा है. मामले को लेकर शिवसेना की महिला सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया.
उन्होंने पोलैंड में भारतीय एंबेसी को टैग कर के लिखा कि पोलैंड में भारतीय छात्रों को एंट्री नहीं मिल रही है. कुछ लोगों को तो एक दिन पहले एंट्री दे दी गई थी. लेकिन फिर उन्हें वापिस भेज दिया गया. अब भारत में रह रहे उनके माता-पिता को उनकी सुरक्षा की चिंता हो रही है. प्रियंका ने इस मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता और ऑपरेशन गंगा को हस्तक्षेप करने को कहा.
प्रियंका के ट्वीट पर भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोवस्की ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गलत है. पोलैंड की सरकार किसी को भी अपने देश की सीमा में घुसने से रोक नहीं रही है. एडम ने प्रियंका से अपना सोर्स वेरिफाई करने को कहा. उन्होंने आगे कहा कि प्लीज फेक न्यूज न फैलाएं. इसपर महिला सांसद भड़क गई. उन्होंने कहा कि मैं वहां फंसे छात्रों के नाम और नंबर शेयर कर सकती हूं. बुनियादी शिष्टाचार ये कहता है कि फेक न्यूज का आरोप लगाने से पहले आपको मुझसे इसके बारे में जानकारी लेनी चाहिए थी. इसके बाद प्रियंका ने 7 छात्रों के नाम भी शेयर किए.
No I won’t DM you, you just declared what I was requesting @IndiainPoland to help with as fake news, without seeking my response. My number and contact details are public & before you accuse have all the facts in hand.
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) February 28, 2022
'देश के प्रति मेरी वफादारी पर आप सवाल नहीं उठा सकते'
जवाब में एडम बुराकोवस्की ने कहा कि मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि ऐसा नहीं हुआ है. आप अपनी लिस्ट पोलैंड के भारतीय दूतावास के साथ शेयर कर सकती हैं. वह इस मामले में मदद कर सकते हैं. हम पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मोहम्मद मल्लिक से लगातार संपर्क में हैं. इसपर प्रियंका ने लिखा कि देश के प्रति मेरी वफादारी पर आप सवाल नहीं उठा सकते. जैसे कि मैं आप पर नहीं उठा रही. और इस मुद्दे पर मुझसे मत उलझिए.
पोलैंड के राजदूत ने प्रियंका को बताया कि यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद अलग-अलग देशों के करीब 3 लाख नागरिक यूक्रेन की सीमा से पोलैंड में घुसे हैं. इसमें से करीब 1200 नागरिक भारत के भी हैं. और अब भी बहुत सारे लोग आ रहे हैं. पोलैंड सभी जरूरतमंदों की मदद कर रहा है. पोलिश आधिकारी भारतीय अधिकारियों की मदद कर रहे हैं. यूक्रेन से आने वाले लोगों को पोलैंड सहायता पहुंचा रहा है. वो बिना विजा के ही यूक्रेन से हमारे देश आ रहे हैं. इस पर प्रियंका का जवाब आया. उन्होंने कहा कि 3 लाख में से सिर्फ 1200 भारतीय हैं. ये आंकड़ा आंखें खोल देने वाला है. इसलिए आधिकारिक चैनल्स के माध्यम से बात कीजिए न कि ट्विटर पर.
फेक न्यूज फैलाने का आरोप नहीं लगा सकते- प्रियंका
एडम बुराकोवस्की ने जवाब में कहा कि मैं मदद के लिए हमेशा तैयार हूं. मैं अपना नंबर पब्लिक नहीं कर सकता. इसलिए आप मुझे डायरेक्ट मैसेज कर सकती हैं. शिवसेना सांसद ने मैसेज करने से इनकार कर दिया और कहा कि मेरा नंबर और दूसरे कॉन्टैक्ट डिटेल्स सार्वजनिक हैं. और आगे से किसी पर आरोप लगाने से पहले सारे सबूत इकट्ठा कर के रखें.
प्रियंका यही नहीं रुकी उन्होंने आगे विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा कि आपके पास भी बहुत सारे राजदूत होंगे. लेकिन मैं ये यकीन के साथ कह सकती हूं कि वो विदेश मामलों की सलाहकार समिति के सदस्य पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप नहीं लगा सकते हैं. एडम बुराकोवस्की को घेरते हुए प्रियंका ने कहा कि मैंने आपसे बेहतर रिप्लाई की उम्मीद की थी.
बता दें कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की वजह से भारी तबाही हुई है. जान बचाने के लिए लोग यूक्रेन छोड़कर भाग रहे हैं. इनमें भारी संख्या में भारतीय भी मौजूद है. भारत सरकार इन्हें सुरक्षित अपने देश लाने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है. ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. जिससे कि वहां फंसे भारतीयों को वापिस लाया जा सके.