सीमावर्ती राज्यों में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में राजनीतिक रस्साकशी तेज होती जा रही है.
पहले ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के खिलाफ रिजॉल्यूशन पास किया तो अब बीजेपी विधायक बीएसएफ जवानों की हौसला अफजाई के लिए बीएसएफ मुख्यालय पहुंच गए.
शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में आज बीजेपी विधायकों की एक टीम कोलकाता में बीएसएफ हेड क्वार्टर पहुंची और बीएसएफ जवानों की हौसला अफजाई की. बीजेपी की ओर से बीएसएफ के जवानों को कमल के फूलों का गुलदस्ता और रसगुल्ला भेंट किया गया. इस मौके पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ सीमाओं की सुरक्षा कर रही है और ऐसे में कुछ विधायक बीएसएफ का अपमान कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 16 नवंबर को बंगाल विधानसभा में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए जाने के खिलाफ रिजॉल्यूशन पास किया गया और उस दौरान टीएमसी विधायक उदयन गुहा ने आरोप लगाया था की तलाशी के बहाने बीएसएफ के जवान महिलाओं के साथ छेड़खानी करते हैं.
इसी पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि कुछ विधायकों के अपमानजनक बयान के लिए वह बीएसएफ से माफी मांगते हैं. शुभेंदु अधिकारी ने सीमा पर एक गौशाला खोलने का सुझाव भी बीएसएफ को दिया साथ ही मांग की कि सीमा पर 150 मवेशी हाट लगते हैं जिन्हें तुरंत हटाना चाहिए.
बीजेपी विधायक अग्निमित्र पाल ने आजतक से बात करने के दौरान टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि सीमा पर होने वाले अवैध कामों का पैसा टीएमसी के पास जाता है. ऐसे में अगर बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ जाता है तो यह अवैध पैसा टीएमसी को नहीं मिलेगा इसीलिए टीएमसी बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का विरोध कर रही है.
वहीं टीएमसी ने पूरे मामले को लेकर बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने ट्वीट कर कहा है कि शुभेंदु अधिकारी बीएसएफ मुख्यालय जाकर सस्ता नाटक कर रहे हैं. पहले शुभेंदु अधिकारी इस सवाल का जवाब दें कि 2012 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यों मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर गुजरात में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने का विरोध किया था.
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