कर्नाटक के विधायकों की बल्ले-बल्ले हो सकती है. दरअसल, एक मसौदा बिल में मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की सैलरी में 100% बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है. आजतक के पास कर्नाटक विधानमंडल वेतन, पेंशन और भत्तों (संशोधन) विधेयक, 2025 का मसौदा हाथ लगा है, जिसमें विधायकों और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों के वेतन और भत्तों में वृद्धि की योजना है.
अगर यह बिल पास होता है, तो विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों (MLA और MLC) का वेतन दोगुना हो जाएगा, जबकि मुख्यमंत्री का वेतन 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये प्रति माह कर दिया जाएगा. यह कदम विधायकों द्वारा वित्तीय कठिनाइयों और 2022 में निर्धारित वेतन वृद्धि के स्थगित होने को लेकर किए गए दबाव के बाद उठाया गया है.
इन्हें भी होगा जबरदस्त फायदा
मसौदे में यह प्रस्ताव है कि विधान परिषद के अध्यक्ष और विधान सभा के अध्यक्ष का वेतन 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये किया जाए, यानी 50,000 रुपये की बढ़ोतरी. उपाध्यक्ष और डिप्टी स्पीकर के लिए वेतन वृद्धि 60,000 रुपये से बढ़ाकर 80,000 रुपये करने का प्रस्ताव है. विपक्षी नेता के लिए भी यही वृद्धि प्रस्तावित है.
सरकारी मुख्य सचेतक के लिए भी वेतन में वृद्धि का प्रस्ताव किया गया है, जो 50,000 रुपये से बढ़ाकर 70,000 रुपये किया जाएगा. विपक्षी मुख्य सचेतक के लिए भी वही वृद्धि प्रस्तावित है.
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विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों के लिए, अगर यह बिल पास हो जाता है, तो उनके वेतन में दोगुनी वृद्धि हो जाएगी, जो 40,000 रुपये से बढ़कर 80,000 रुपये हो जाएगा.
मंत्रियों को होगा कितना फायदा
मंत्री और मुख्यमंत्री के वेतन और भत्तों में भी वृद्धि प्रस्तावित की गई है. मुख्यमंत्री का वेतन 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये करने का प्रस्ताव है, जबकि एक मंत्री का वेतन 60,000 रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये और उनके भत्तों को 4.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया जाएगा.
अगर ये प्रस्ताव पास हो जाते हैं, तो कर्नाटक के विधायकों, मंत्रियों और विधानसभा नेताओं के लिए वित्तीय लाभ में भारी वृद्धि होगी, जो उनके वेतन और भत्तों में महत्वपूर्ण संशोधन को दर्शाता है.