राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई-30 MKI फाइटर जेट में अपनी पहली उड़ान भरी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू असम की 3 दिन की यात्रा पर हैं. इसी क्रम में वह गुवाहाटी से तेजपुर पहुंचीं. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत एयर मार्शल एस पी धारकर, राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने किया.
राष्ट्रपति मुर्मू से पहले पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटील और रामनाथ कोविंद वायुसेना के फाइटर जेट्स में उड़ान भर चुके हैं. तीनों सेनाओं की सुप्रीम कमांडर होने के नाते राष्ट्रपति को सेना की ताकतों, हथियारों और नीतियों से अवगत कराया जाता है.
President Droupadi Murmu took a historic sortie in a Sukhoi 30 MKI fighter aircraft at the Tezpur Air Force Station in Assam today. The President, who is the Supreme Commander of the Indian Armed Forces, flew for approximately 30 minutes covering Brahmaputra and Tezpur valley… pic.twitter.com/i7ie3sjETD
— ANI (@ANI) April 8, 2023
Sukhoi Su-30MKI की लंबाई 72 फीट, विंगस्पैन 48.3 फीट और ऊंचाई 20.10 फीट है. इसका वजन 18,400 KG है. सुखोई में लीयुल्का एल-31एफपी आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन लगे हैं, जो उसे 123 किलोन्यूटन की ताकत देता है. यह 2120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ता है. इसकी कॉम्बैट रेंज 3000 किलोमीटर है. बीच रास्ते में ईंधन मिल जाए तो यह 8000 किलोमीटर तक जा सकता है. सुखोई -30 एमकेआई रूस के सुखोई की ओर से डवलप और भारत के एयरोस्पेस दिग्गज हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक ट्विन-सीटर मल्टीरोल फाइटर जेट है.
सुखोई-30एमकेआई अधिकतम 57 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. सुखोई एक मिनट में 59 हजार फीट तक जा सकता है. सुखोई-30एमकेआई में 30mm की एक ग्रिजेव-शिपुनोव ऑटोकैनन लगी है. जो एक मिनट में 150 राउंड फायर करती है. दुश्मन का विमान, ड्रोन या हेलिकॉप्टर बच नहीं सकते. इसमें 12 हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं. यानी वो जगह जहां पर हथियार लगाया जाता है. इसमें 4 तरह के रॉकेट्स लगा सकते हैं. चार तरह की मिसाइल और 10 तरह के बम लग सकते हैं. या फिर इन सबका मिश्रण लगाया जा सकता है.
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