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तीन महीने बाद फिर UP दौरे पर जाएंगे राष्ट्रपति कोविंद, अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President RamNath Kovind) तीन महीने बाद फिर से उत्तर प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं. राष्ट्रपति का ये दौरा 26 अगस्त से शुरू होगा. इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद (President Kovind) अयोध्या में रामलला के दर्शन भी करेंगे.

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राष्ट्रपति कोविंद 29 अगस्त को अयोध्या जाएंगे. (फाइल फोटो-PTI)
राष्ट्रपति कोविंद 29 अगस्त को अयोध्या जाएंगे. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 26 अगस्त से यूपी दौरे पर राष्ट्रपति कोविंद
  • अयोध्या में राम लला के दर्शन भी करेंगे

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President RamNath Kovind) तीन महीने बाद फिर से उत्तर प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं. राष्ट्रपति कोविंद (President Kovind) का ये दौरा 26 अगस्त से शुरू होगा. इस दौरान राष्ट्रपति अयोध्या भी जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे.

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राष्ट्रपति कोविंद 26 अगस्त को राजधानी लखनऊ (Lucknow) पहुंचेंगे. अगले दिन वो बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे. राष्ट्रपति 29 अगस्त को प्रेसिडेंशियल ट्रेन (Presidential Train) से अयोध्या पहुंचेंगे. 

क्या है राष्ट्रपति का कार्यक्रम?

- 26 अगस्त को राष्ट्रपति कोविंद दिल्ली से लखनऊ पहुंचेंगे. बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे.

- 27 अगस्त को लखनऊ में सैनिक स्कूल की हीरक जयंती वर्ष पर पोस्टल स्टाम्प का विमोचन करेंगे. साथ ही स्कूल के 1 हजार क्षमता वाले ऑडिटोरियम का लोकार्पण करेंगे. स्कूल में बालिकाओं के छात्रावास की आधारशिला भी रखेंगे.

- 28 अगस्त को गोरखपुर जाएंगे. आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास और गोरक्षनाथ विवि में अस्पताल भवन का करेंगे उद्घाटन करेंगे राष्ट्रपति कोविंद.

- 29 अगस्त को सुबह 9 बजे लखनऊ के चारबाग स्टेशन से प्रेसिडेंशियल ट्रेन से अयोध्या जाएंगे. 11:30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे.

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जून में भी आए थे उत्तर प्रदेश

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जून में भी उत्तर प्रदेश के दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने कानपुर स्थित अपने गांव का परौंख का दौरा भी किया था. अपने गांव पहुंचते ही राष्ट्रपति ने सबसे पहले मिट्टी को चूमा था. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं. मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, ये मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही.'

 

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