प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब दिया. पीएम मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. साथ ही दिल्ली और महाराष्ट्र की सरकारों को कोरोना काल में यूपी, बिहार, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों में कोरोना फैलाने का जिम्मेदार भी बता दिया. पीएम की ओर से लोकसभा में दिए गए बयान के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री का ये बयान सरासर झूठ है. देश उम्मीद करता है कि जिन लोगों ने कोरोना काल की पीड़ा को सहा, जिन लोगों ने अपनों को खोया, प्रधानमंत्री उनके प्रति संवेदनशील होंगे. केजरीवाल ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता.
प्रधानमंत्री जी का ये बयान सरासर झूठ है। देश उम्मीद करता है कि जिन लोगों ने कोरोना काल की पीड़ा को सहा, जिन लोगों ने अपनों को खोया, प्रधानमंत्री जी उनके प्रति संवेदनशील होंगे। लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री जी को शोभा नहीं देता। pic.twitter.com/Dd4NsRNGCY
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 7, 2022
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से पीएम मोदी को लेकर किए गए इस ट्वीट पर पलटवार किया है.
अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 7, 2022
अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि...
झूठइ लेना, झूठइ देना।
झूठइ भोजन, झूठ चबेना।।
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी महाराष्ट्र की सरकार पर पीएम की ओर से लगाए गए आरोप को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री की ओर से मुंबई स्टेशन पर कांग्रेस की ओर से मुफ्त टिकट बांटने के आरोप पर कहा है कि आप अपनी जिम्मेदारी समझने की बजाय दूसरों पर दोष मढ़ रहे हैं. ये शर्मनाक है. पैनडेमिक एक्ट के तहत ये आपकी जिम्मेदारी थी, राज्य सरकारों की नहीं. मजदूर घर जाना चाहते थे.
प्रधानमंत्री ने लोक सभा में कहा की जब लॉकडाउन लगा था, उस वक्त मुंबई से श्रमिकों को यूपी-बिहार भेजा गया. इस पर शिव सेना एमपी प्रियंका चतुर्वेदी (@priyankac19) की प्रतिक्रिया#ReporterDiary #MigrantCrisis
— AajTak (@aajtak) February 7, 2022
(@mausamii2u) pic.twitter.com/S7byZdDluR
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे लेकर ट्वीट कर कहा गया है कि संकट में मदद करना हमारी परंपरा रही है. आप देश को संकट में बेसहारा छोड़ोगे, देशवासियों की बांह थामने के लिए कांग्रेस का हाथ सदा तैयार मिलेगा. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाला साहेब थोराट ने ट्वीट कर पीएम के वक्तव्य को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा है कि जब केंद्र की सरकार ने अचानक लॉकडाउन लगाकर गरीब मजदूर भाइयों को भूखे पेट रखा था तब कांग्रेस कार्यकर्ता और महाराष्ट्र सरकार ने उनके भोजन की व्यवस्था की. सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आदेश पर हमने गरीबों की मदद की. हमें इसका गर्व है. अशोक चव्हाण ने पीएम के बयान को आधारहीन और गैर जिम्मेदाराना बताया है.
लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि 'मेक इन इंडिया' का नारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लगाया था, हम इससे इनकार नहीं करते. उन्होंने सवाल किया कि चीन से आयात फिलहाल 69 अरब डॉलर का है. आपका 'आत्मनिर्भर भारत' कहां है? बेरोजगारी दर भी बढ़ रही है.
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कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि संसद में बात होनी थी 12 करोड़ गए रोजगार की, 23 करोड़ मजबूर गरीबों की. 700 किसानों की शहादत की, किसान की आय 27 रुपये प्रतिदिन रह जाने की, 84 प्रतिशत घर की घटी आमदनी की. 30 साल में सबसे ज्यादा महंगाई की, 40 से 60 लाख कोरोना से मरने वालों की लेकिन अहंकार को तो अभी चुनाव हारने का इंतजार है. चीन मसले के साथ ही कोरोना काल में लॉकडाउन, महंगाई और बेरोजगारी के मसले पर भी सुरजेवाला ने वार किए और सरकार को मुट्ठीभर अमीरों की गुलाम सरकार बताया.
संसद में बात होनी थी -:
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 7, 2022
12 CR गए रोज़गारों की,
23 करोड़ मजबूर ग़रीबों की,
700 किसानों की शहादत की,
₹27/दिन किसान की आय रह जाने की,
84% घरों की घटी आमदनी की,
30 साल में सबसे ज्यादा महंगाई की,
40-60 लाख कोरोना से मरने वालों की,
मग़र अहंकार को तो अभी भी चुनाव हारने का इंतज़ार है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम के संबोधन को बे सिर-पैर का बताते हुए कहा कि कभी सोचा है आपने कि अगर जवाहरलाल नेहरू और राहुल गांधी न होते तो आपके पास बोलने को क्या होता आज? राहुल गांधी ही आपके प्राणगति हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आपने श्रमिकों को चार घंटे की नोटिस पर भूखे मरने के लिए छोड़ दिया था. पने उच्चतम न्यायालय में झूठ बोला कि कोई सड़क पर है ही नहीं. चिलचिलाती धूप में उनके पैरों के छाले साक्षी हैं. अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट आपने की. आपको सुन कर दुख होता है. ये देश के प्रधानमंत्री की भाषा नहीं हो सकती.
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सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए आगे कहा कि डबल वैरिएंट का असल करेंट तो आपको लगा है, ऐसा क्यों? इस देश के 15 करोड़ उन परिवारों के लिए भी तो कुछ कहते जिनकी आय आधी हो गई. अमीर और गरीब के बीच की इस खाई को बढ़ाने वाले आप हैं क्योंकि आप तो हम दो और हमारे दो में यकीन रखते हैं. आपके कार्यकाल में ग्रोथ निगेटिव हुई मतलब आय कम, नौकरी लुप्त तो छह फीसदी महंगाई कमरतोड़ रही है. किसानों का नरसंहार करने वाले के पिता अजय मिश्र टेनी को मंत्री बना कर घुमने वाले को किसानों की बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. पवन खेरा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं. रात 8 बजे आकर 4 घंटे का समय दे कर लॉकडाउन आपने किया. दिहाड़ी मजदूरों के बारे में आपने सोचा नहीं.