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'पता नहीं वित्त मंत्री किस ग्रह पर रहती हैं...', महंगाई-बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने निर्मला सीतारमण को घेरा

प्रियंका गांधी ने वित्त मंत्री सीतारमण के 2025-26 के बजट भाषण पर वास्तविक मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार जन समस्याओं को हल करने में विफल रही है. महुआ मोइत्रा ने भी इसपर वित्त मंत्री के राजनीतिक प्राथमिकताओं की आलोचना की.

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प्रियंका गांधी (Photo: PTI)
प्रियंका गांधी (Photo: PTI)

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2025-26 के आम बजट पर उनके जवाब को लेकर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि "मुझे नहीं पता कि वह किस ग्रह पर रहती हैं. वे कहती हैं कि महंगाई नहीं है, बेरोजगारी नहीं बढ़ रही है, कीमतें नहीं बढ़ रही हैं." प्रियंका गांधी ने यह बातें संसद के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान कही.

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि महंगाई का रुझान, विशेष रूप से खाद्य महंगाई में, सुधार होता दिख रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार 2025-26 में लोन का ज्यादातर हिस्सा कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग के लिए इस्तेमाल कर रही है.

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पता नहीं किस प्लैनेट पर रहती हैं निर्मला सीतारमण!

केंद्रीय बजट पर बहस में वित्त मंत्री के जवाब के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका गांधी ने संसद के बाहर बातचीत में कहा, "मुझे नहीं पता कि वह किस ग्रह पर रह रही हैं. वह कह रही हैं कि कोई महंगाई नहीं है, बेरोजगारी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है."

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वहीं, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने भी बजट पर अपनी प्रतिक्रया दी. उन्होंने वित्त मंत्री के जवाब को "धोखे" का आरोप लगाया और आलोचना करते हुए कहा कि यह एक "राजनीतिक" भाषण था. उन्होंने सवाल उठाया कि वित्त मंत्री ने बंगाल को ही क्यों निशाना बनाया.

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बजट को लेकर विपक्षी पार्टियां कह रही ये टिप्पणियां!

यह विवाद तब और गहरा गया जब अन्य राजनीतिक दलों ने भी सरकार के इस बजट की आलोचना की. विपक्ष का आरोप है कि सरकार जरुरी मुद्दों जैसे कि महंगाई और बेरोजगारी को हल करने में असफल रही है और बजट में जनसाधारण के मुद्दों की अनदेखी की गई है.

इस आलोचना के बावजूद, सरकार ने यह दावा किया है कि उनके आर्थिक कदम राष्ट्रीय विकास और स्थिरता के लिए अहम हैं. मसलन, केंद्र सरकार ने जब से पर्सनल इनकम टैक्स रेट के दायरे को बढ़ाया है, तब से सरकार इसे एक बड़ी कामयाबी और मिडिल क्लास को राहत देने वाला जैसा बताया. 

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