कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के बैग इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में शिरकत करने के लिए प्रियंका रोजाना नए-नए बैग लेकर पहुंच रही हैं. वह कभी 'मोदी अडानी भाई भाई' लिखा हुआ बैग लेकर संसद आती हैं तो कभी 'फिलिस्तीन' या 'बांग्लादेश' लिखा हुआ बैग लेकर संसद पहुंचती हैं. उनके इन्हीं बैग पर केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने चुटकी ली है.
केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के अध्यक्ष जयंत सिंह चौधरी ने प्रियंका गांधी के बैग पर तंज कसते हुए एक कविता सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. इस कविता का शीर्षक है कि बैग में क्या है?
बैग नाम की इस कविता में कहा गया है कि आपके पास बैग ही बैग हैं. बैग इकट्ठे करना आपको पसंद है. आपके पास बैग है, जिनके भीतर कुछ नहीं है, सिवाए बैग के. बैग के भीतर ही बैग हैं. आपके पास पूरी जिंदगानी भर के लिए बैग हैं. अगर बैग के लिए कुछ ईनाम होते तो आपके पास बैग ही बैग होते. नहीं पता कि आपको इतने बैग की जरूरत क्यों है? जब आपको बैग के भीतर बैग ही रखने हैं.
बता दें कि यह कविता ब्रिटिश कवि और लेखक ब्रायन बिलस्टन की है. ब्रायन का असली नाम पॉल मिलिचैप हैं.
कहां से शुरू हुआ प्रियंका गांधी के बैग का सिलसिला...
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष गौतम अडानी को लेकर लगातार विरोध कर रही है. इस बीच 10 दिसंबर को प्रियंका गांधी मोदी अडानी भाई-भाई लिखा बैग लेकर संसद पहुंची थीं. राहुल गांधई ने इस बैग को दिखाते हुए कहा था कि ये काफी क्यूट है. बैग में एक तरफ मोदी तो दूसरी तरफ अडानी की तस्वीर लगी थी.
इसके बाद 16 दिसंबर को प्रियंका गांधी फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन और एकजुटता दिखाते हुए एक बैग लेकर संसद पहुंची थीं, जिस पर 'फिलिस्तीन' लिखा हुआ था. इस बैग पर फिलिस्तीन को दर्शाते उसके कुछ प्रतीक और चिह्न भी छपे हुए थे. इस बैग को लेकर बहुत विवाद हुआ था.
बीजेपी ने फिलिस्तीन के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर दिखाने जबकि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. लेकिन आज प्रियंका गांधी बांग्लादेश लिखा बैग लेकर संसद पहुंची. इस बैग पर लिखा था कि बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो.