महाराष्ट्र के बदलापुर (Badlapur) में बच्चियों के साथ हुई शर्मनाक घटना के बाद बवाल मच गया है. यहां दो किंडरगार्टन की बच्चियों के साथ स्कूल के अटेंडेंट ने यौन शोषण किया. इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में भारी विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा है कि वह महाराष्ट्र के बदलापुर में दो किंडरगार्टन की बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न मामले की जांच करेगा.
घटना के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया था, जो अब बहाल हो गया है. अंबरनाथ-कर्जत खंड पर स्थानीय ट्रेन सेवाएं 10 घंटे बाद फिर से शुरू हो गई हैं. वहीं इंटरनेट भी बहाल कर दिया गया है.
एजेंसी के अनुसार, महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर में तीन और चार साल की दो किंडरगार्टन की बच्चियों के स्कूल के सफाईकर्मी ने यौन उत्पीड़न किया था. इस घटना को लेकर शहर में तनाव बढ़ने के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया था, जिसे बहाल कर दिया गया है. इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा है कि मामले की जांच के लिए एक टीम बदलापुर जाएगी.
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बदलापुर रेलवे स्टेशन पर भारी विरोध-प्रदर्शन के कारण अंबरनाथ-कर्जत खंड पर लोकल ट्रेन सेवाएं 10 घंटे बाद फिर से शुरू हो गई हैं. पुलिस के अनुसार, 13 अगस्त को स्कूल के टॉयलेट में दो किंडरगार्टन की बच्चियों के साथ यौन शोषण किया गया. यह घटना तब सामने आई जब 16 अगस्त को एक बच्ची ने अपने माता-पिता को इस घटना के बारे में बताया. आरोपी अक्षय शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया.
बदलापुर में क्या-क्या हुआ, 10 पॉइंट में समझें पूरा घटनाक्रम
घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने मांगी माफी
स्कूल प्रबंधन ने इस घटना पर माफी मांगी है, साथ ही कहा कि उसने उस फर्म को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, जिसे हाउसकीपिंग का ठेका दिया गया था. स्कूल अधिकारियों ने कहा कि घटना के मद्देनजर स्कूल परिसर में सतर्कता बढ़ाई जाएगी. स्कूल प्रबंधन ने इस घटना के बाद प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर और एक महिला अटेडेंट को निलंबित कर दिया, जबकि राज्य सरकार ने एक सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया.
जोन IV के पुलिस उपायुक्त सुधाकर पठारे ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया, जिसे एफआईआर दर्ज होने के साढ़े तीन घंटे के भीतर पकड़ लिया गया. बदलापुर के लोगों को सड़कों पर उतरने या विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे जांच प्रक्रिया में बाधा पड़ती है. पुलिस प्रशासन मामले को सुलझाने में लगा हुआ है.
उद्धव ठाकरे ने कहा- फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो मामले की सुनवाई
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बदलापुर में स्कूली बच्चियों के यौन शोषण मामले की त्वरित सुनवाई की जाए. उन्होंने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार योजना चला रही है, वहीं दूसरी तरफ बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. कुछ राज्यों को निशाना बनाकर महिलाओं के खिलाफ अपराध पर राजनीति की जा रही है.
पुलिस एक्शन पर राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सरकार की आलोचना की. अंबादास दानवे ने सरकार और पुलिस पर निशाना साधा और घोषणा की कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जा रही. मामले की तेजी से जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल के गठन और तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है. भाजपा विधायक किसन कथोरे ने दावा किया कि कुछ प्रदर्शनकारी बदलापुर के बाहर से आए थे और आंदोलन पूर्व नियोजित था.
प्रदर्शन की वजह से 15 ट्रेनों का बदलना पड़ा था रूट
बदलापुर स्टेशन पर रेल रोको विरोध की वजह से 15 लंबे रूट की ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा. अंबरनाथ-कर्जत खंड पर स्थानीय ट्रेन सेवाएं दस घंटे तक निलंबित रहीं, जिससे हजारों यात्री फंस गए. मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि लगभग 10 घंटे बाद बदलापुर के लिए पहली लोकल ट्रेन शाम करीब 7 बजे दक्षिण मुंबई के सीएसएमटी से रवाना हुई.
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अधिकारियों ने कल्याण और कर्जत मार्ग पर बसों की व्यवस्था की, क्योंकि लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित होने के कारण कई यात्री विभिन्न स्टेशनों पर फंसे रहे. सोलापुर-सीएसएमटी वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कुल 15 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को शाम 5 बजे तक दिवा-पनवेल-कर्जत स्टेशनों के रास्ते डायवर्ट किया गया.
मुंबई के एक वकील ने बॉम्बे हाईकोर्ट से बच्चियों के यौन उत्पीड़न का स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध किया. वकील अजिंक्य गायकवाड़ ने अपनी याचिका के साथ न्यायमूर्ति भारती डांगरे से संपर्क किया, लेकिन न्यायाधीश ने उन्हें उचित खंडपीठ या दो सदस्यीय पीठ से संपर्क करने के लिए कहा. न्यायमूर्ति डांगरे ने कहा कि एकल पीठ ऐसे मामलों की सुनवाई नहीं कर सकती.
एनएचआरसी ने महाराष्ट्र के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने ठाणे की घटना और मामले में एफआईआर दर्ज करने में देरी को लेकर महाराष्ट्र के अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया.
एनएचआरसी ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. पीड़ितों के माता-पिता ने कहा कि बच्चियों के टॉयलेट की सफाई के लिए महिला कर्मचारी को क्यों नहीं नियुक्त किया गया. आयोग ने इस बात को लेकर कहा कि इसकी गहन जांच होनी चाहिए.
शिक्षा मंत्री बोले- स्कूलों में बनाई जाएंगी विशाखा समितियां
महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि स्कूलों में ‘विशाखा समितियां’ बनाई जाएंगी. अगर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं करते पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी. बदलापुर में स्कूल को नोटिस जारी किया गया है और इसके प्रिंसिपल, कुछ शिक्षकों और दो सहायकों को निलंबित कर दिया गया है.