महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे में हुए कार एक्सीडेंट मामले में आरोपी नाबालिग को अदालत ने जमानत दे दी है. नाबालिग का संबंध पुणे के मशहूर बिल्डर से है. इस हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उसके साथी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. पुलिस ने कार ड्राइवर के खिलाफ येरवडा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया था. हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अनीस दुधिया और अश्विनी कोस्टा के तौर पर हुई थी. दोनों राजस्थान के हैं. इस मामले में पुलिस ने आरोपी नाबालिग को जमानत दे दी है.
जिला अदालत ने दी जमानत
सामने आया है कि, पुणे में हुए हाई प्रोफाइल कार हादसे के आरोपी को जिला अदालत ने 14 घंटे के अंदर जमानत दे दी है. दो आईटी इंजीनियरों की मौत के मामले में जब बिल्डर के बेटे को अदालत में पेश किया गया, तो अदालत ने कुछ नियमों और शर्तों के तहत जमानत दे दी. रविवार देर रात करीब 2.30 बजे पोर्श कार और दोपहिया वाहन की टक्कर में दो आईटी इंजीनियरों की मौके पर ही मौत हो गई थी. हादसे के बाद आरोपी ने भागने की कोशिश की थी, लेकिन भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी और पुलिस को सौंप दिया.
शराब पीकर कार चलाने का शक
नाबालिग पर आईपीसी 304 (लापरवाही) के तहत मामला दर्ज किया गया था. प्रथम दृष्टया पुलिस को संदेह है कि आरोपी गाड़ी चलाते समय शराब पी रहा था. इसके लिए उनके खून की जांच की गई. हालांकि, इस टेस्ट की रिपोर्ट आने से पहले ही कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी. कोर्ट को नाबालिग द्वारा किया गया अपराध गंभीर नहीं लगा, इसीलिए पुलिस ने कहा कि नाबालिग को जमानत मिल गई है.
200 से अधिक थी गाड़ी की स्पीड
सामने आया है कि, दोनों मृतक राजस्थान के हैं. वे नजदीक के पब से पार्टी करके आ रहे थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने इस घटना के बारे में बताया कि, मै रात को रिक्शा लेकर खड़ा था. लड़का-लड़की बाइस से थे और रोड क्रॉस कर रहे थे. तभी अचानक से पॉर्श कार फुल स्पीड में आई और उसने दोनों को उड़ा दिया. लड़की हवा मे 10 फिट तक उछल गई और लड़के की पसलियां टूटने के कारण वह हिल नही पा रहा था. पोर्श कार मे तीन लड़के थे. उनमें से एक भाग गया. बाद में पुलिस आई और सभी को हिरासत मे लिया. तीनों ने शराब पी थी और कार की स्पीड तकरीबन 200- 240 थी.