पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मुझे खेद है कि पीएम मोदी को आज फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान वापस लौटना पड़ा. हम अपने पीएम का सम्मान करते हैं. अगर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम इसकी जांच कराएंगे.
सीएम चन्नी ने अपनी सफाई में आगे कहा, हमारे देश में एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है. मुझे भी PM मोदी के जाना था, लेकिन कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने के कारण मैं नहीं गया और इसलिए मैंने वित्त मंत्री मनप्रीत बादल और डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा को प्रधानमंत्री का स्वागत करने की ड्यूटी सौंपी.
कोई खतरा नहीं था
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम हमारे पास था. रास्ता रोकने वाले प्रदर्शनकारी अचानक आकर सड़क पर बैठ गए. हालांकि, शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों से पीएम की सुरक्षा का कोई खतरा नहीं था. हमने उनसे (पीएमओ) खराब मौसम की स्थिति और विरोध के कारण दौरा रोकने के लिए कहा था. हमें उनके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) अचानक मार्ग परिवर्तन की कोई सूचना नहीं थी.
'मैं किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करूंगा'
चरणजीत सिंह चन्नी ने आगे कहा, किसान पिछले एक साल से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. मैं किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करने जा रहा हूं. हमने पूरी रात किसानों से बात की जिसके बाद उन्होंने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया था. लेकिन आज अचानक फिरोजपुर जिले में कुछ आंदोलनकारी एकत्र हो गए थे, जिसके चलते पीएम की यात्रा में रुकावट आई.
'PM को पहले हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी थी'
पंजाब के सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री की सड़क मार्ग से यात्रा करने की योजना अंतिम समय में बनाई गई थी. कोई सुरक्षा चूक नहीं हुई है. मैं कल देर रात उनकी रैली की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था. पीएम की सड़क की योजना अंतिम समय में बनाई गई थी, उन्हें पहले हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी थी.
ये है पूरा मामला
मालूम हो कि पीएम मोदी पंजाब के बठिंडा पहुंचे थे. यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था. लेकिन खराब रोशनी और बारिश के चलते पीएम मोदी 20 मिनट तक इंतजार करते रहे. लेकिन मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया. इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था. पंजाब डीजीपी से सुरक्षा प्रबंधों की पुष्टि के बाद पीएम मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े.
राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले पीएम मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था. इसके चलते पीएम मोदी के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा. इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है.
बीजेपी हुई हमलावर
अब इस घटना को लेकर चन्नी सरकार मुसीबत में फंस गई है. गृह मंत्रालय ने तो तलब किया ही है, बीजेपी के दिग्गज नेता भी कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अपनी घटिया हरकतों से पंजाब की कांग्रेस सरकार ने दिखा दिया है कि वे विकास विरोधी हैं और पीएम के लिए भी उनके मन में कोई सम्मान नहीं है.
नड्डा ने यह भी कहा कि सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि यह घटना पीएम मोदी की सुरक्षा में बड़ी चूक थी. पंजाब के प्रमुख सचिव और डीजीपी से एसपीजी को कहा गया था कि पीएम मोदी का रूट साफ है, इसके बावजूद वहां प्रदर्शनकारियों को जाने दिया गया. इससे भी बुरी बात ये है कि सीएम चन्नी ने फोन पर बात करने और मामले को सुलझाने से इनकार कर दिया.
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