पंजाब और हरियाणा में इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की खरीद देर से शुरू होगी. केंद्र सरकार ने अपनी एजेंसियों के जरिए पंजाब और हरियाणा में धान की खरीद टाल दी है. केंद्र सरकार ने इस संबंध में पंजाब और हरियाणा सरकार को चिट्ठी भी लिखी है. केंद्र के फैसले पर पंजाब सरकार के साथ ही विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने भी कड़ा ऐतराज जताया है.
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से पंजाब और हरियाणा में एमएसपी पर धान की खरीद टाले जाने को लेकर दोनों राज्यों में नया विवाद शुरू हो गया है. पंजाब और हरियाणा में आमतौर पर सरकारी एजेंसियों की ओर से अक्टूबर के महीने में धान की खरीद शुरू कर दी जाती है. हालांकि, इस दफे ऐसा नहीं होगा. केंद्र सरकार ने इस साल पंजाब और हरियाणा को पत्र लिखकर धान की खरीद देर से शुरू करने को कहा है.
केंद्र सरकार ने चिट्ठी लिखकर पंजाब और हरियाणा की सरकार को निर्देश दिया है कि धान की खरीद 11 अक्टूबर से पहले शुरू ना की जाए. केंद्र ने कहा है कि इस साल लगातार बारिश के कारण धान में नमी की मात्रा ज्यादा है. इसी वजह से एमएसपी पर धान की खरीद 11 अक्टूबर से पहले शुरू ना की जाए. धान में नमी की मात्रा तय मानक पर पहुंचने के बाद ही केंद्र और राज्य सरकारों की एजेंसियां एमएसपी पर धान की खरीद करें.
केंद्र सरकार के इस फैसले पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कड़ा ऐतराज जताया है. मुख्यमंत्री चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे संबंधित विभाग को धान की खरीद शुरू कराने के निर्देश दें. वहीं, विपक्षी शिरोमणि अकाली दल ने भी केंद्र के इस निर्देश पर कड़ा रुख दिखाया है. अकाली दल ने एमएसपी पर धान की खरीद देर से शुरू करने के फैसले को किसानों के साथ ज्यादती करार दिया है.