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'चीन को आर्थिक झटका देने का वक्त', संसद में बोले राघव चड्ढा, केंद्र सरकार को घेरा

AAP नेता राघव चड्ढा ने आज राज्यसभा में केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कई सवाल खड़े किए और पूछा, एम्स से डेटा की चोरी, गलवान से लेकर तवांग की सीमा पर चीन हर जगह आंख दिखा रहा है, भारत सरकार क्या कर रही है?

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राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (फाइल फोटो)
राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (फाइल फोटो)

आम आदमी पार्टी(आप) के वरिष्ठ नेता और पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने चीन के मुद्दे को लेकर संसद में भाजपा सरकार को घेरा. चड्ढा ने राज्यसभा में सीमा पर चीनी सेना की लगातार घुसपैठ और AIIMS से डेटा चोरी के मुद्दे को राज्यसभा में उठाया और सरकार से कई तीखे सवाल किए. राघव चड्ढा ने कहा एम्स से डेटा की चोरी, गलवान से लेकर तवांग की सीमा पर चीन हर जगह आंख दिखा रहा है, भारत सरकार क्या कर रही है?

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चड्ढा ने मंगलवार को संसद में कहा कि अभी कुछ दिन पहले एम्स में बड़े पैमाने पर डेटा चोरी की घटना सामने आई है, जहां शीर्ष नेताओं, जजों, अधिकारियों समेत कई लोगों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखे हुए हैं. इस मामले की एफआईआर में कहा गया था कि ये डेटा चोरी चीन ने किया है. उन्होंने सवाल किया कि भारत सरकार इसे लेकर क्या कर रही है इसका जवाब दे.

संसद में बंद किया गया राघव चड्ढा का माइक 

राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारत सरकार को बहुत अच्छी सलाह दी थी कि भारत को चीन के साथ अपना सारा व्यापार बंद कर उसे आर्थिक झटका देना चाहिए. लेकिन सदन में उनकी यह मांग उठाने पर मेरा माइक बंद कर दिया गया. सदन में अपना सवाल पूरा नहीं करने के बाद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर पूछा कि संसद में अरविंद केजरीवाल की जायज मांग उठाने पर मेरा माइक्रोफोन क्यों बंद कर दिया गया? 

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ट्विटर पर पूछे सवाल

उन्होंने कहा कि चीनी सेना बार-बार भारत की सीमा पर हमारे जवानों से उलझती है. लेकिन हर बार भारतीय सेना मजबूती से चीनी सेना को सीमा से खदेड़ देती है. इसलिए चीन के साथ व्यापार बंद कर उसे आर्थिक झटका देने का यह सही समय है.

तवांग के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी

बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और संसद में चर्चा की मांग कर रहा है. हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार संसद में इस पूरी झड़प को लेकर स्पष्ट बयान दे चुके हैं.

 

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