कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का सोमवार को दूसरा दिन है. न्याय यात्रा के दूसरे दिन मणिपुर में राहुल ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य में एक बार फिर शांति और सौहार्द की बहाली हो.
राहुल ने कहा कि मणिपुर से न्याय यात्रा शुरू करने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य देशभर में एक सशक्त संदेश भेजना था और लोगों को इस बात से सचेत करना था कि मणिपुर में क्या हो रहा है.
उन्होंने कहा कि वह यहां कई लोगों से मिले हैं और वे उनका दुख और दर्द समझ सकते हैं. वह समझ सकते हैं कि हिंसा में परिवार के किसी सदस्य को खोना कैसा होता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि मणिपुर में जल्द से जल्द शांति और सौहार्द की बहाली होगी.
बता दें कि न्याय यात्रा के दूसरे दिन राहुल ने कई वर्गों के लोगों से मुलाकात की. यात्रा की शुरुआत के मौके पर आयोजित जनसभा में बड़ी संख्या में महिला और युवा शामिल हुए. बहुजन समाज पार्टी से निलंबित सांसद दानिश अली भी इस यात्रा का हिस्सा बने. कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी.
दरअसल 2024 चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का ऐलान कर एक बार फिर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की है. ये न्याय यात्रा 20 मार्च तक चलेगी और 15 राज्यों में करीब 6700 किमी की दूरी तय करेगी. एक दिन पहले यात्रा के आगाज के दौरान राहुल ने केंद्र सरकार पर मणिपुर को लेकर जमकर हमला बोला.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू कर देश के लिए ऐसा दृष्टिकोण रखने पर जोर दिया, जो हिंसा और नफरत पर नहीं, बल्कि सद्भाव और भाईचारे पर आधारित होगा. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ इसलिये निकाली जा रही है, क्योंकि देश भारी अन्याय के दौर से गुजर रहा है.
इससे पहले की थी भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी. उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी.