लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सासंद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने कैब ड्राइवर से बातचीत की है. राहुल ने राइड ऐप के जरिए कैब बुक की और ड्राइवर सुनील उपाध्याय से भारत के गिग इकॉनमी वर्कर्स के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बातचीत की.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में राहुल गांधी ने ड्राइवर सुनील के हर रोज के संघर्षों, कम आय और बढ़ती महंगाई के दबावों को समझने पर जोर दिया. राहुल ने अपनी पोस्ट में लिखा, "आमदनी कम और महंगाई से निकलता दम- ये है भारत के गिग वर्कर्स की व्यथा! सुनील उपाध्याय जी के साथ एक Uber यात्रा के दौरान चर्चा में और फिर उनके परिवार से मिल कर देश के कैब ड्राइवर्स और डिलीवरी एजेंट्स जैसे गिग वर्कर्स की समस्याओं का जायजा लिया."
राहुल गांधी ने आगे कहा कि 'हैंड टू माउथ इनकम' में इनका गुजारा तंगी से चल रहा है- न कोई बचत और न ही परिवार के भविष्य का आधार. इनके समाधान के लिए कांग्रेस की राज्य सरकारें ठोस नीतियां बना कर इंसाफ करेंगी और INDIA जनबंधन पूरे संघर्ष के साथ इसका देशव्यापी विस्तार सुनिश्चित करेगा.
किस तरह के बदलवा की जरूरत?
बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कैब ड्राइवर से पूछा कि इस सेक्टर में किस तरह के बदलावों की जरूरत है. कैब ड्राइवर सुनील ने न्यूनतम वेतन की अहमियत की तरफ इशारा किया, जिससे ड्राइवरों को कटौती के बाद अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए पर्याप्त आय मिल सके.
अगले दिन राहुल गांधी ने सुनील उपाध्याय के परिवार से एक स्थानीय भोजनालय में मुलाकात की. उन्होंने उनकी चुनौतियों और सपनों के बारे में बात की. उनकी स्थिति पर विचार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "उनकी 'हाथ-से-हाथ की आय' मुश्किल से उनका भरण-पोषण करती है- कोई बचत नहीं है और परिवार के भविष्य के लिए कोई आधार नहीं है."
'कानून बनाने पर हो रहा काम...'
राहुल गांधी ने ड्राइवर सुनील को आश्वासन दिया कि तेलंगाना और कर्नाटक जैसे कांग्रेस शासित राज्य गिग वर्कर्स की स्थिति में सुधार के लिए कानून बनाने पर काम कर रहे हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये श्रमिक मामूली आय पर जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अक्सर उनके पास अपने परिवार के भविष्य के लिए कोई बचत या सुरक्षा नहीं होती है.