राहुल गांधी के लंदन वाले बयान पर सियासी हंगामा मचा हुआ है. सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों ने संसद में विपक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. एनडीए की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मांग कर रही है कि राहुल गांधी अपने लंदन वाले बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगें.
वहीं, राहुल गांधी ने साफ कहा है कि चार-चार मंत्रियों ने उनके खिलाफ जो आरोप संसद में लगाए हैं, उनके जवाब वे संसद में ही देंगे. राहुल गांधी ने इसके लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की थी. राहुल गांधी ने स्पीकर को पत्र सौंपकर लोकसभा में बोलने का वक्त मांगा था.
स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मांग खारिज कर दी थी. स्पीकर ने राहुल की मांग को नियमों का हवाला देते हुए ठुकरा दिया था. हालांकि, अब खबर है कि राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला को फिर से सत्र लिखा है. सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने पत्र सौंपकर स्पीकर से लोकसभा में बोलने का वक्त मांगा था लेकिन उन्होंने ऐसा नियम 357 के तहत नहीं किया था.
इसी को आधार बनाकर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी की मांग खारिज कर दी थी. सूत्रों के मुताबिक स्पीकर ओम बिरला ने ये भी कहा है कि राहुल गांधी नियम 357 के तहत लोकसभा में बोलने की इजाजत मांगें तो उन्हें सदन में बोलने का मौका दिया जाएगा. राहुल गांधी ने अब नियम 357 के तहत पत्र लिखकर संसद में बोलने का वक्त मांगा है.
स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी की ओर से रूल 357 के तहत लिखा पत्र स्वीकार कर लिया है. माना जा रहा है कि हाउस ऑर्डर में आने के बाद राहुल गांधी को अपने लंदन वाले बयान को लेकर बोलने का मौका मिलेगा. गौरतलब है कि राहुल गांधी 16 मार्च को संसद पहुंचे थे. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात कर बोलने का वक्त मांगने की जानकारी दी थी.
हालांकि, उन्होंने ये भी अंदेशा जताया था कि उनको बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा. राहुल गांधी ने कहा था कि ये संसद के लिए एक तरह से परीक्षा भी है.
राहुल के बयान पर हंगामा जारी
बता दें कि राहुल गांधी के बयान पर संसद में हंगामा मचा हुआ है. संसद के दोनों सदनों में राहुल गांधी के माफी मांगने की मांग करते हुए बीजेपी के सांसद नारेबाजी कर रहे हैं. इसके जवाब में विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. नारेबाजी और हंगामे के कारण संसद के चालू बजट सत्र के दूसरे चरण में अब तक एक भी दिन कार्यवाही नहीं चल सकी है.