लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को बजट पर चर्चा के दौरान सरकार को जमकर घेरा. राहुल गांधी ने महाभारत के अभिमन्यू का जिक्र किया और चक्रव्यूह की भी चर्चा की. संसद के विशेष सत्र में शिवजी को याद कर 'डरो मत' की बात करने वाले राहुल गांधी ने इस बार शिवजी की बारात का जिक्र किया. उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन इस चक्रव्यूह को भेदने का काम करेगा. विपक्ष के नेता ने किसान से युवा, छात्र से अग्निवीर तक, अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को खूब घेरा.
राहुल गांधी ने महाभारत को याद करते हुए कहा कि हरियाणा की धरती पर एक युवा अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाकर मारा गया. चक्रव्यूह के अंदर डर और हिंसा होती है और छह लोगों ने अभिमन्यू को उसमें फंसाकर मारा था. ये छह लोग थे- द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, कर्ण, कृतवर्मा, अश्वत्थामा और शकुनी. उन्होंने कहा कि चक्रव्यूह पर जब रिसर्च की तो पता चला कि इसका एक और नाम होता है- पद्मव्यूह. राहुल गांधी ने कहा कि पद्मव्यूह कमल के आकार का होता है. 21वीं सदी में नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है, उसका चिह्न प्रधानमंत्री जी अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं.
उन्होंने कहा कि यह चक्रव्यूह भी कमल के आकार का है. राहुल गांधी ने युवाओं के लिए पेपरलीक, सेना के लिए अग्निवीर को चक्रव्यूह गिनाए और कहा कि इस चक्रव्यूह को भी छह लोग कंट्रोल कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि आज के चक्रव्यूह को नरेंद्र मोदीजी, अमित शाहजी, मोहन भागवतजी, अजित डोभालजी, अंबानीजी और अडानीजी कंट्रोल कर रहे हैं. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को टोका और कहा कि आपके ही उपनेता ने मुझे चिट्ठी लिखी थी कि जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं लिया जाए. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए और अंबानीजी, अडानीजी के नाम वापस ले लेता हूं. स्पीकर ने कहा कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है, आपके उपनेता ने चिट्ठी क्यों लिखी थी.
राहुल गांधी ने कहा कि ये जो दो लोग हैं, ये हिंदुस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं. इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, पोर्ट हैं, टेलीकॉम हैं और अब ये रेलवे में जा रहे हैं. इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है. अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है. हमें तो बोलना है. इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से हंगामा शुरू हो गया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सदन का नियम नहीं मालूम है. सदन नियम से चलता है. नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर को चैलेंज करके गरिमा को गिराया है.
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राहुल गांधी ने कहा कि ए वन और ए टू की रक्षा करनी है, मैं समझता हूं. ऊपर से ऑर्डर आया है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी. इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मैं सिर्फ जो परिस्थिति बनी है, उस पर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं. मैं स्पीकर के परमिशन से खड़ा हुआ. आपने यिल्ड नहीं किया. आज हम आपको यिल्ड मांग रहे हैं, नियम के तहत बोल रहा हूं. एक-दूसरे को इज्जत देना होता है, इतना तो कर्टशी होता है राहुलजी. राहुल गांधी ने कहा कि जब आप यिल्ड करोगे, हम जरूर करेंगे. इसकी गारंटी देता हूं. मैं तैयार हूं.
जहां भी मौका मिलता है, चक्रव्यूह बना देते हो
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून को कमजोर करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि देश का मिडिल क्लास बजट से पहले प्रधानमंत्री को सपोर्ट करता था. कोविड के समय जब प्रधानमंत्री ने थाली बजाने को कहा तब मिडिल क्लास ने दबाकर थाली बजाई, आपने कहा कि मोबाइल फोन की लाइट जलाओ तो मिडिल क्लास ने जलाई. लेकिन आपने मिडिल क्लास के पीठ में और छाती में छूरी घोंपी. राहुल गांधी ने कहा कि अब मिडिल क्लास आपको छोड़ने जा रहा है और इधर आने जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि आपको जहां भी मौका मिलता है, चक्रव्यूह बना देते हो. हम चक्रव्यूह तोड़ने का काम करते हैं. आप चाहते हो कि हिंदुस्तान छोटे-छोटे खांचों में रहे. हिंदुस्तान का गरीब सपना न देख पाए. आप चाहते हो कि अंबानी और अडानी, इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने टोका. स्पीकर ने विपक्ष के उपनेता के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि आपके ही नेता इसे लेकर चिट्ठी दे गए थे. राहुल ने कहा कि फिर थ्री और फोर कह दे रहे उनको. कुछ तो कहना पड़ेगा. राहुल गांधी ने स्पीकर से कहा कि कोई तरीका आप ही बता दीजिए.
राहुल गांधी ने सदन में दिखाई हलवा सेरेमनी की फोटो
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने जाति जनगणना की मांग उठाते हुए कहा कि देश में तकरीबन 73 फीसदी दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं. ये मेन शक्ति हैं और सच्चाई है कि इनको कहीं भी जगह नहीं मिलती है. उन्होंने हलवा सेरेमनी की फोटो दिखाई जिस पर स्पीकर ने उन्हें टोका और कहा कि सदन में पोस्टर नहीं आने दूंगा, ये गलत तरीका है. राहुल गांधी ने कहा कि इस फोटो में बजट का हलवा बंट रहा है, इसमें एक आदिवासी, दलित या पिछड़ा अफसर नहीं दिख रहा है.
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उन्होंने कहा कि 20 अफसरों ने बजट तैयार किया, हमने पता लगाया है. मेरे पास नाम हैं. हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है. उनमें से बस दो हैं- एक माइनॉरिटी और एक ओबीसी. फोटो में तो आपने आने ही नहीं दिया. राहुल गांधी ने कहा कि 95 परसेंट जनता चाहती है कि जातिगत जनगणना हो.सब चाहते हैं क्योंकि उनको पता लगाना है कि हमारी भागीदारी कितनी है. बांटता कौन है, वही दो-तीन परसेंट लोग और बंटता किनमें हैं, वही दो-तीन परसेंट लोग. जाति जनगणना से देश बदल जाएगा.
चक्रव्यूह शिव की बारात को कभी हरा नहीं सकता
इस दौरान वित्त मंत्री मुस्कुराती नजर आई. इसे लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ये हंसने की बात नहीं है. ये पद्मव्यूह वाले सोच रहे हैं देश का युवा अभिमन्यू है. ये अभिमन्यू नहीं हैं, आपके चक्रव्यूह को उड़ा देंगे. पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया. आपके कॉन्फिडेंस को उड़ा दिया. आपके प्रधानमंत्री हमारे भाषण में नहीं आएंगे. ये कमल व्यू वाले हिंदुस्तान का नेचर नहीं समझ पाए.
उन्होंने कहा कि हर धर्म में चक्रव्यूह का उल्टा होता है. शिव की बारात में कोई भी आ सकता है, नाच सकता है. गा सकता है. सिखों की बात करें तो सेवा करने से किसी को नहीं रोका जा सकता, लंगर से किसी को बाहर नहीं फेका जा सकता है मगर इनके चक्रव्यूह में सिर्फ छह लोग हैं सर. ये लड़ाई शिव की बारात और चक्रव्यूह में है सर. आप चक्रव्यूह बनाने वाले लोग हो. चक्रव्यूह शिव की बारात को कभी हरा ही नहीं सकता है.