संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पार्लियामेंट परिसर में हुए धक्काकांड पर विवाद बना हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. धक्का-मुक्की में घायल बीजेपी के दोनों सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत अभी भी अस्पताल में ही हैं. इस संबंध में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई हैं. ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि इस एफआईआर में क्या-क्या होगा?
बीजेपी ने प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के साथ धक्का-मुक्की करने के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस सबसे पहले दोनों पीड़ित सांसदों के बयान दर्ज करेगी.
इसके बाद पुलिस घटना के वीडियो खंगालेगी. पुलिस घटना के तमाम सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फुटेज के साथ-साथ मीडियाकर्मियों के कैमरे में दर्ज फुटेज भी जुटाएगी.
पीड़ित सांसदों के बयान दर्ज करने और सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद दिल्ली पुलिस स्पीकर से अनुमति लेगी कि मौके पर जाकर सीन को रिक्रिएट किया जाए. अगर पुलिस को मंजूरी मिलती है तो पुलिस की टीम सीन रीक्रिएट करेगी. इन सभी प्रक्रियाओं के बाद अगर सबूत मिलेंगे तो राहुल गांधी को नोटिस भेजा जाएगा.
राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज एफआईआर की जांच दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हो सकती है. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बाद इस पर फैसला हो सकता है.
कैसे शुरू हुआ धक्काकांड?
ऐसे में समझना जरूरी हो जाता है कि इस धक्काकांड की शुरुआत कैसे हुई? दरअसल आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के विरोध में कांग्रेस पार्टी संसद में प्रोटेस्ट कर रही थी. ठीक इसी समय बीजेपी भी कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी. इस बीच गुरुवार सुबह 10.40 बजे कांग्रेस प्रोटेस्ट करते हुए संसद के मकर द्वार तक आ रही थी. इसी समय बीजेपी मकर द्वार पर खड़ी थी.
इस तरह बीजेपी और कांग्रेस के सांसद एक दूसरे के ठीक सामने थे. दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी. यह घटनाक्रम लगभग 20 मिनट तक चला. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सांसदों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और उनसे धक्का मुक्की. बीजेपी का भी ठीक यही कहना है.
बीजेपी का आरोप है कि इस बीच राहुल गांधी ने एक सांसद के साथ धक्का-मुक्की की, जिससे वो सांसद बीजेपी एमपी प्रताप सारंगी के ऊपर गिर गया. इस धक्का-मुक्की में सारंगी और बीजेपी के एक और सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए.
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रताप सारंगी ने कहा कि मैं सीढ़ियों पर खड़ा था. राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वो सांसद मेरे ऊपर गिर गए, जिससे मैं गिर गया और चोट लग गई.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि असल में बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी को घेर लिया. बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी को जानबूझकर रोका. उन्होंने उनका रास्ता रोक लिया. हमने इस संबंध में स्पीकर के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है.
कांग्रेस के एक अन्य सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हर किसी ने देखा कि कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के अन्य नेताओं ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग को लेकर आंबेडकर की प्रतिमा के पास प्रोटेस्ट किया. इसके बाद हमने संसद के भीतर जाने की कोशिश की लेकिन बीजेपी ने हमारा रास्ता रोक लिया और हमें संसद के भीतर नहीं जाने दिया. इस झड़प के दौरान हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे गिर गए. कई लोग गिरे.
महिला सांसद ने भी लगाया राहुल गांधी पर आरोप
नगालैंड की बीजेपी सांसद फांगनोन कोन्याक ने कहा कि मैं राज्यसभा के चेयरमैन से मिल चुकी हूं. मैं अपनी सुरक्षा की मांग करती हूं. मेरा दिल अभी बहुत भारी है. आज में बाहर शांतिपूर्ण ढंग से प्रोटेस्ट कर रही थी. राहुल गांधी बहुत करीब आकर खड़े हो गए. मैं असहज हो गई थी. राहुल गांधी मेरे ऊपर चिल्लाने लगे. यह उनको शोभा नहीं देता कि एक महिला पर वो ऐसे चिल्लाएं. मैं बहुत दुखी हूं. मैं सुरक्षा चाहती हूं.
राहुल गांधी ने घटना पर क्या कहा?
प्रताप सारंगी के आरोप के बाद राहुल गांधी ने कहा कि कैमरे में सब कैद है. मैं सदन में जाने की कोशिश कर रहा था. बीजेपी के सांसदों ने मुझे धकेला और धमकाया. खड़गे जी को भी धक्का दिया. हमें धक्का-मुक्की से हमें कुछ नहीं होता है. बीजेपी के सांसद हमें संसद में जाने से नहीं रोक सकते.
राहुल ने कहा कि मैं संसद के भीतर जाना चाहता था. संसद में जाना मेरा अधिकार है मुझे रोकने की कोशिश की गई. हमें संसद के भीतर जाने से रोका गया. बीजेपी के सांसद धक्का-मुक्की कर रहे थे.