कांग्रेस नेता राहुल गांधी अक्सर अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में विस्तार से बात करते हैं. उनके काम करने के स्टाइल से लेकर उनका पायलट वाला अनुभव, राहुल हर पहलू पर बात करना पसंद करते हैं. अब कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी सोशल मीडिया पर राहुल का एक वीडियो शेयर किया गया है. उस वीडियो में राहुल अपने बचपन के दिनों को याद कर रहे हैं. वे अपने पिता संग प्लेन में बिताए अनुभव को साझा कर रहे हैं.
राहुल गांधी को आता प्लेन उड़ाना?
राहुल बता रहे हैं कि उनके पिता तो एक पायलट रहे ही हैं, वे खुद भी प्लेन उड़ाना जानते हैं. उनके मुताबिक बचपन में जब भी उन्हें अपने पिता के साथ प्लेन में जाने का मौका मिलता था, वे हमेशा कॉकपिट में बैठा करते थे. वहां पर राजीव गांधी हमेशा उनसे सवाल पूछा करते थे कि प्लेन में कौन-कौन से उपकरण हैं, किस उपकरण से क्या काम होता है. राहुल की माने तो वो बातचीत उनके लिए हमेशा खास रही है.
Shri @RahulGandhi fondly remembers the common passion he shared with his father & former Prime Minister, Shri Rajiv Gandhi- the joy of flight.
— Congress (@INCIndia) September 2, 2021
Check out his YouTube video to get a glimpse of his insights: https://t.co/frZc79ng5U
उन्होंने जानकारी दी है कि कई मौकों पर उनके पिता सरप्राइज भी दिया करते थे. सुबह 3.30 बजे भी कई बार वे अपने पिता संग प्लेन में बैठे हैं. वे सिर्फ अपना बैग पैक करते थे और तुरंत अपने पिता संग निकल पड़ते थे. उन्होंने इस तरह से कई जगह राजीव गांधी संग ट्रैवल किया है.
राजीव प्लेन उड़ाते, सोनिया डरतीं?
राहुल ने ये भी बताया है कि उनकी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कई मौकों पर परेशान हुआ करती थीं. जब-जब राजीव प्लेन उड़ाने जाते थे, सोनिया को अजीब डर सताता था. इस बारे में राहुल ने कहा है कि जब भी पिता फ्लाइट उड़ाने जाते थे, मां चिंता करने लगती थीं. उनके मन में सिर्फ यही चलता रहता था कि वे फ्लाइट उड़ाने गए हैं. वो सभी को उस चिंता में डाल दिया करती थीं. एक बार तो जब पिता कश्मीर में प्लेन उड़ा रहे थे, तब कोई दिक्कत हो गई थी. इस वजह से मां काफी ज्यादा डर गईं. हम भी काफी सहम गए थे.
राहुल ने पिता से क्या सीखा?
वीडियो में राहुल ने इस बात पर भी जोर दिया है कि पायलट की जिंदगी से काफी कुछ सीखा जा सकता है. उनकी नजरों में अगर आपको किसी समस्या को सही तरीके से समझना है, तो बड़ी तस्वीर को देखना जरूरी हो जाता है. पायलट ये काम अच्छी तरह कर सकते हैं क्योंकि वे एक पल में नीचे होते हैं और दूसरे ही पल में 30 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच जाते हैं. ऐसे में राहुल के मुताबिक ये एक ऐसी खासियत है जिसे वे भी अपने अंदर लाना चाहते हैं.