राजस्थान में जल्द विधानसभा चुनाव होने जा हे हैं. इसके लिए पार्टियों ने कमर कस ली है. ऐसे में राज्य की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोप है कि धारीवाल ने कोटा में नामांकन रैली में भीड़ जुटाने के लिए मजदूरों को 500 रुपये का वादा किया था. लेकिन पैसे नहीं मिलने पर मजदूरों ने थाने में शिकायत कर दी.
यह मामला कोटा के केशवपुर का है. मजदूरों का आरोप है कि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता मनीष ने उनसे वादा किया था कि धारीवाल की नामांकन रैली में जाने नारे लगाने के एवज में उन्हें 500 रुपये दिए जाएंगे और खाना भी खिलाया जाएगा. लेकिन इसके नाम पर उन्हें घंटो बैठाया गया. इसके बाद मजदूरों ने दादावाड़ी थाने में शिकायत की. हालांकि, इससे पहले सात से ज्यादा मजदूरों ने जवाहर नगर थाने में शिकायत की थी लेकिन अधिकार क्षेत्र की बात उन्हें दादाबाड़ी थाने भेज दिया गया.
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीते दिनों सभी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दर्ज कराया था. इस बीच नामांकन भरने आए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने रैली का भी आयोजन किया था. इस रैली में काफी भीड़ उमड़ी थी. आरोप है कि मजदूरों को पैसे का वादा कर इस रैली में लाया गया था. मजदूरों ने कांग्रेस कार्यकर्ता मनीष पर पांच सौ रुपये देने का वादा कर रैली में लाने का आरोप लगाया है. लेकिन मजदूरों का कहना है कि उन्हें तय धनराशि नहीं दी गई.
इन मजदूरों में से एक राजू सावंरिया का कहना है कि बीते सोमवार को मंत्री शांति धारीवाल की रैली थी, जिसमें 40 मजदूरों को कोटा के केशवपुरा चौराहे से बस में बैठाकर स्टेडियम लाया गया था. भूखे-प्यासे हम मजदूर पूरे दिन रैली में मौजूद रहे. रैली खत्म होने के बाद हमें वापस बस में बैठाकर लाया गया. हम पैसों के लिए मनीष को फोन करते रहे लेकिन उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया.
दादाबाड़ी थाने के एसआई मोहम्मद हुसैन ने बताया कि मनीष मंडावत के खिलाफ मजदूरों ने शिकायत की है, जिसमें बताया गया है कि इन्हें कैशवपुरा चौराहे से महाराव उम्मेद स्टेडियम में रैली में शामिल होने के लिए ले जाया गया था. सभी मजदूरों को 500 रुपये भी देने की बात कही गई थी. इस मामले में मनीष के खिलाफ परिवाद दर्ज कर लिया है और जांच चल रही है.
बता दें कि इससे पहले भी धारीवाल विवादों में रहे हैं. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे, जिसकी वजह से कांग्रेस हाईकमान उन्हे टिकट देने के पक्ष में नहीं था.