राजस्थान (Rajasthan) के बिजयनगर के ब्लैकमेलिंग मामले में सामने आई जानकारियों के बाद लोगों में काफी गुस्सा है. इस मामले में कई नाबालिग लड़कियों का कथित तौर पर यौन शोषण किया गया, कैमरे पर फिल्माया गया और आरोपियों द्वारा ब्लैकमेल किया गया. मंगलवार को बिजयनगर में शहर के कई इलाकों में एक बड़ा जुलूस निकाला गया और स्थानीय लोगों ने मामले की CBI जांच की मांग की.
मामले में अब तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
'कुछ और किए जाने की जरूरत...'
जुलूस में शामिल एक स्थानीय निवासी ने दुख जताते हुए कहा, "कुछ कार्रवाई की गई है, लेकिन और भी कुछ किए जाने की जरूरत है."
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों में से एक नाबालिग लड़की के साथ रिश्ते में था और उसने उसे कैमरे पर फिल्माया था. इसके बाद, नाबालिग लड़की को ब्लैकमेल करके अन्य लड़कियों को बिजयगर में आरोपियों से मिलने के लिए कहा गया. आरोप है कि अपराधियों ने लड़कियों का यौन शोषण किया, कैमरे पर फिल्माया और बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया.
कैफे के खिलाफ भी एक्शन
आरोपियों में पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी शामिल हैं, जिन पर सह-आरोपी को संरक्षण देने का आरोप है. अन्य आरोपियों में Chill Out कैफे का मैनेजर भी शामिल है. उस पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप है. मामले में चौंकाने वाली बातें सामने आने के बाद कैफे को सील कर दिया गया है.
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नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण, फिल्मिंग और ब्लैकमेलिंग को लेकर कई हिंदूवादी संगठनों ने नाराजगी जताई है. उन्होंने मामले में आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है. बिजयनगर के सर्किल इंस्पेक्टर करण सिंह ने इंडिया टुडे को बताया, "अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने मामले में तेजी से कार्रवाई की है."