राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) शपथ लेते ही एक्शन में नजर आ रहे हैं. उन्होंने पेपर लीक मामले में विशेष जांच समिति (एसआईटी) का गठन करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि भविष्य में पेपर लीक की घटना नहीं हो, इसलिए यह फैसला लिया गया है.
भजन लाल शर्मा ने कहा कि इस मामले में अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. इसके साथ ही संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी और अपने घोषणापत्र का पूरी तरह पालन करते हुए काम करेंगे. हम उन समस्याओं पर काम करेंगे, जिनसे देश की जनता त्रस्त है. हम अंत्योदय योजना के तहत काम करेंगे.
राजस्थान में पेपर लीक पर सियासत
राजस्थान में पेपर लीक को लेकर सियासत अक्सर गर्म रहती है. एक अनुमान के मुताबिक, राज्य में पिछले साढ़े चार साल में पेपर लीक के 10 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. पिछले महीने ही राजस्थान लोक सेवा आयोग ने पेपर लीक के कारण ग्रुप-ए और ग्रुप-बी की सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया. इसका सामान्य ज्ञान का पेपर दिसंबर 2022 में हो चुका है, लेकिन पेपर लीक के कारण आयोग ने इसे निरस्त कर दिया. अब ये पेपर 30 जुलाई को होगा.
राजस्थान में पेपर लीक के मामले इतने बढ़ते जा रहे हैं कि कांग्रेस को अंदरखाने से ही चुनौती मिलने लगी है. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कई मौकों पर बड़ी मछलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर चुके हैं.