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राजेंद्र नगर कोचिंग हादसा: SUV ड्राइवर समेत पांचों आरोपियों को नहीं मिली जमानत

इन 5 आरोपियों में 4 भाई हैं जो उस बेसमेंट के मालिक थे. 5वां आरोपी गाड़ी चालक है, जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस का आरोप है कि उसकी तेज रफ्तार गाड़ी की वजह से पानी का प्रेशर बढ़ा और ये हादसा हुआ.

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कोर्ट ने 5 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की.
कोर्ट ने 5 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की.

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद लगातार एक्शन जारी है. इसी बीच बुधवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों की ओर से दायर जमानत याचिका खारिज कर दी है. इन 5 आरोपियों में 4 भाई हैं जो उस बेसमेंट के मालिक थे. 5वां आरोपी गाड़ी चालक है, जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस का आरोप है कि उसकी तेज रफ्तार गाड़ी की वजह से पानी का प्रेशर बढ़ा और ये हादसा हुआ.

कोर्ट ने परविंदर सिंह अजमानी, तजिंदर सिंह अजमानी, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि दस्तावेजों को देखने से पता चलता है कि बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन हो रहा था.कोर्ट ने कहा कि इन लोगों पर लगे आरोप गंभीर प्रकृति के हैं.

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वहीं, जमानत याचिका खारिज होने के बाद गाड़ी चालक मनुज कथूरिया की ओर से गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए अर्जी दाखिल की गई है. इसपर कोर्ट ने पूछा कि क्या आप इस अर्जी को वापस लेंगे या आप इसपर सुनवाई करना चाहते हैं.मनुज के वकील ने कहा कि हम इस मामले पर सुनवाई चाहते हैं.कोर्ट ने मामले की सुनवाई 7 अगस्त को करने का फैसला किया है. वहीं, कोचिंग के गेट की खराबी का कारण जानने के लिए उसे फोरेंसिक टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है.

मनुज कथूरिया पर क्या है आरोप 

दरअसल, इस हादसे के बाद जब घटना की जांच शुरू हुई तो दिल्ली पुलिस को एक गाड़ी नजर आई. पुलिस ने कहा कि कोचिंग सेंटर के बाहर पानी से लबालब सड़क पर यह गाड़ी तेज रफ्तार से गुजरी. इस गाड़ी के गुजरने के बाद ही कोचिंग सेंटर में पानी घुसना शुरू हुआ. आरोप है कि तेज रफ्तार गाड़ी की वजह से पानी के प्रेशर से सेंटर का गेट टूट गया था. पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर गाड़ी के ड्राइवर मनुज को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया और मंगलवार कोर्ट कोर्ट में पेश किया. वहीं आरोपी की तरफ से कोर्ट से जमानत मांगी गई, जिसका दिल्ली पुलिस ने विरोध किया.

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पत्नी ने बताई सिस्टम की गलती

उधर, मनुज कथूरिया की पत्नी सीमा ने कहा, 'यह पूरी तरह से गलत आरोप है. यह एक दर्दनाक घटना थी जिसके कारण 3 निर्दोष लोगों की जान चली गई. यह सिस्टम की विफलता है. कोई लापरवाही से गाड़ी नहीं चला रहा था. वीडियो सबके सामने है. मेरे पति तेज गति से गाड़ी नहीं चला रहे थे.मेरे पति बस सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे. अधिकारी पता लगाएं कि गलती किसकी है. कोचिंग संस्थान का मालिक वहां लाइब्रेरी क्यों चला रहा था जब उसके पास एनओसी नहीं था. जब सड़कों पर भारी जलजमाव था, तो पुलिस को सड़कों की घेराबंदी करनी चाहिए थी...'

कई अवैध सेंटर्स के बेसमेंट हुए सील

बता दें कि इस घटना के बाद से एमसीडी का एक्शन जारी है. दिल्ली में तमाम जगह सीलिंग ड्राइव चलाया जा रहा है. अबतक 25 से ज्यादा संस्थानों के बेसमेंट सील हुए हैं. कई अवैध संस्थानों पर नोटिस भी चस्पा किए गए हैं. वहीं, भीड़भाड़ वाले इलाके से अतिक्रमण भी हटाया जा रहा है. 

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