देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 30वीं पुण्यतिथि है. इस मौके पर तमाम राजनीतिक दल, राजनेता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. कांग्रेस पार्टी और नेताओं की ओर से भी राजीव गांधी को याद किया गया. वहीं कांग्रेस ने इस दिन को सेवा और सद्भावना के रूप में मनाने का फैसला किया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता को श्रद्धांजलि दी. राहुल ने राजीव गांधी की एक तस्वीर साझा की और लिखा कि सत्य, करुणा, प्रगति.
वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने राजीव गांधी की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि प्रेम से बड़ी कोई शक्ति नहीं है, दया से बड़ा कोई साहस नहीं है, करुणा से बड़ी कोई शक्ति नहीं है और विनम्रता से बड़ा कोई गुरु नहीं है.
There is no greater strength than love, no greater courage than kindness, no greater power than compassion and no greater teacher than humility.#RememberingRajivGandhi pic.twitter.com/CPJZDCcl5R
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 21, 2021
कांग्रेस पार्टी की ओर से शुक्रवार को राजीव गांधी को याद करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया गया. कांग्रेस ने इस ट्वीट में लिखा कि एक विजनरी नेता जिसने समझा की दुनिया किस ओर जा रही है, राजीव गांधी ने उस भारत का सपना देखा जो दुनिया की अगुवाई कर सके. आज हम राजीव जी को नमन करते हैं.
Truth, Compassion, Progress. #RememberingRajivGandhi pic.twitter.com/UbAqJ3zV2M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 21, 2021
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 में एक बम धमाके में मौत हो गई थी. लिट्टे के उग्रवादियों ने तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में चुनाव प्रचार के दौरान राजीव गांधी पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें उनकी जान चली गई थी.
दरअसल, लिट्टे तब श्रीलंका में भारत सरकार द्वारा शांति सेना भेजने से नाराज था. ऐसे में तमिल विद्रोहियों ने तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में राजीव पर आत्मघाती हमला किया. लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे राजीव गांधी के पास एक महिला फूलों का हार लेकर पहुंची और उनके बहुत करीब जाकर अपने शरीर को बम से उड़ा दिया.
गौरतलब है कि राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने देश की कमान संभाली थी. राजीव गांधी को भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने, पंचायती राज को मजबूत करने का श्रेय दिया जाता है.