पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद AAP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ED और सीबीआई के इस्तेमाल से पार्टियों को तोड़ रही है. आज आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता या नेता की भी परीक्षा है. ये वही राजकुमार आनंद है, जिनके यहां 23 घंटे तक ED की रेड पड़ी थी. तब बीजेपी कह रही थी कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट हैं. हो सकता है कि कल राजकुमार आनंद को भाजपा के नेता माला पहनाते हुए नजर आएं. संजय सिंह ने कहा कि हम जानते हैं कि इस लड़ाई में कुछ लोग पीछे हटेंगे, कुछ लोग टूटेंगे, किसी का मनोबल काम होगा. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के पीछे आम आदमी पार्टी को तोड़ना ही मंशा है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने बार बार बताया था कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के पहले आम आदमी पार्टी को तोड़ना और पंजाब-दिल्ली में सरकार को गिराना उनका मकसद है. मुझे लगता है कि राजकुमार आनंद डर गए कि उनको तिहाड़ ले जाएगा. एक दलित समाज से आने वाले विधायक को डराया जा रहा है.
AAP नेता ने कहा कि विधायक (राजकुमार) इसलिए जीते, क्योंकि वह आम आदमी पार्टी से लड़े. इसके बावजूद उन्होंने विधायक पद और मंत्री पद से इस्तीफा दिया. राजकुमार आनंद ने जो किया है, वो एक तरह का सुसाइड है, ये आग में कूदना है. एक चुने हुए विधायक और मंत्री को इस तरीके से डराया गया. एक छोटे कमरे में छिपकर प्रेस कांफ्रेंस कर उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं मानता हू्ं कि एक परिवार चलाने वाला आदमी जिसके बच्चे हैं, परिवार है, ऐसे में ईडी पकड़कर ले जाएगी और तिहाड़ में कई साल तक सड़ाया जाएगा. इसलिए वह डर गए. वह कई बार पार्टी के साथियों से कह चुके थे कि जैसे ही एक्टिव होता हूं तो फोन आ जाता है. हर कोई संजय सिंह नहीं होता है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी एक बार तो कामयाब हो गई. उन्होंने कहा कि मैं अपने साथियों से कहना चाहता हूं कि डरना नहीं है, आपके सामने संजय सिंह का उदाहरण है. जिन्हें बहुत डराया गया. संजय सिंह 6 महीने जेल के अंदर रहकर आए हैं. जेल से बाहर आए हैं तो शेर की तरह दहाड़ रहे हैं. सभी को अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह बनना है लेकिन राजकुमार आनंद नहीं बनना है. संजय सिंह ने दावा किया कि ऐसी ख़बर मिली है कि 12 अप्रैल के लिए उनको ED का नोटिस मिला था.
इस पर दिल्ली बीजेपी की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है. बीजेपी ने कहा कि राजकुमार आनंद ने अंतरात्मा की आवाज सुनकर इस्तीफा दिया है. ये आम आदमी पार्टी के धोखे के अंत की शुरुआत है.