
रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) दिल्ली पहुंची हैं. उन्होंने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है. राजनाथ सिंह ने तुलसी गबार्ड के साथ बैठक के दौरान प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठाया और उन्होंने आतंकी संगठन पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की है.
पन्नू पर एक्शन लेने की अपील
न्यूज एजेंसी ANI को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तुलसी गबार्ड के साथ बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की अध्यक्षता वाले SFJ पर भारत की चिंता व्यक्त की और अमेरिका से इस संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. भारत लगातार SFJ के खिलाफ मजबूत ग्लोबल एक्शन के लिए दबाव बना रहा है, जिसे देश में प्रतिबंधित कर दिया गया है. लेकिन विदेशों में अब भी यह आतंकी संगठन एक्टिव है.
यह कदम खालिस्तानी चरमपंथ का मुकाबला करने और आतंकी फंडिंग से निपटने में वैश्विक सहयोग की तलाश करने वाली भारत की कोशिशों का हिस्सा है. इस मुलाकात में रक्षा मंत्री ने SFJ के पाकिस्तान स्थित आतंकी नेटवर्क से लिंक होने की बात कही और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में संगठन की भूमिका के बारे में गबार्ड को जानकारी दी. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी अभियोजकों ने पिछले साल नवंबर में एक अन्य कथित भारतीय सरकारी अधिकारी के साथ मिलकर पन्नू की हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता के लिए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर आरोप लगाया था.
भारत ने पन्नू की हत्या के कथित प्रयास में किसी भी तरह की भूमिका से साफ इनकार किया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है. पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है और वह आतंकवाद के आरोपों में भारत में वॉन्टेड अपराधी है. उसे सख्त आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है.
रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
तुलसी गबार्ड ने टैरिफ के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि इसे पॉजिटिव तरीके से देखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की अर्थव्यवस्था और भारत के लोगों का हित देख रहे हैं. ठीक इसी तरह राष्ट्रपति ट्रंप भी अमेरिका और देश के लोगों के हितों को आगे रख रहे हैं. गबार्ड ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप बेहतर समाधान की ओर बढ़ रहे हैं. दोनों देशों के नेताओं के पास बेहतर समझ है और वे बेहतर समाधान खोजने में सक्षम हैं.
गबार्ड रविवार को तड़के तीन दिन की यात्रा पर राष्ट्रीय राजधानी पहुंची हैं. यह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के किसी शीर्ष अधिकारी की भारत की पहली उच्चस्तरीय यात्रा है. उन्होंने सोमवार को राजनाथ सिंह से मुलाकात की और समग्र भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने, विशेष रूप से रक्षा और सूचना साझाकरण के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक चर्चा की.
एनएसए से भी हुई मुलाकात
एक्स पर एक पोस्ट में राजनाथ सिंह ने कहा कि वह गबार्ड से मिलकर खुश हैं और उन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात कर खुशी हुई. हमने रक्षा और सूचना साझाकरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करना है.
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राजनाथ सिंह और तुलसी गबार्ड की यह बातचीत ऐसे समय हुई है, जब एक दिन पहले ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात की थी और राष्ट्रीय राजधानी में भारत की मेजबानी में आयोजित वैश्विक खुफिया विशेषज्ञों के सम्मेलन में हिस्सा लिया था. एनएसए डोभाल और गबार्ड ने आमने-सामने की बैठक में मुख्य रूप से खुफिया जानकारी साझा करने को मजबूत करने और भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के साथ सुरक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की है.