लोकसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए, राहुल गांधी ने सरकार की कड़ी आलोचना की थी. राहुल गांधी के भाषण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रतिक्रिया दी है.
राजनाथ सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी ने इतिहास को मोड़ने की कोशिश की है. उन्होंने यह भी कहा कि गलवान के दौरान, चीन के पास एक इंच भी जमीन नहीं गई है. राजनाथ सिंह ने कहा, 'राहुल गांधी ने अपने भाषण में गलवान पर चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स का हवाला दिया था. उन्हें ऑस्ट्रेलिया का अखबार देखना चाहिए था, जिसमें उल्लेख किया गया था कि इस संघर्ष में 40-50 चीनी सैनिकों के मारे जाने की संभावना है.'
आपका बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के न्यूजपेपर 'द क्लैक्सन' (The Klaxon) में 'गलवान डिकोडेड' नाम से एक रिपोर्ट छपी थी. इस रिपोर्ट को इंडिपेंडेंट सोशल मीडिया रिसर्चर्स की टीम ने तैयार किया था. इसमें कहा गया था कि झड़प के दौरान चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कई जवान गलवान नदी में बह गए थे. जबकि चीन ने सिर्फ 4 सैनिकों की मौत की बात कबूली थी.
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि गलवान की घटना के वक्त, राहुल गांधी खुद चीनी राजदूत के साथ डिनर कर रहे थे. रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना के बारे में कहा कि हमने अपनी सेना की वीरता पर कभी सवाल नहीं उठाया. राजनाथ सिंह ने जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर चीन, पीओके पर गलत नीति अपनाने का आरोप भी लगाया.
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने संसद में भारत सरकार की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा था कि सरकार ने विदेश नीति में बहुत बड़ी गलती की है, इसने चीन और पाकिस्तान को साथ कर दिया है. यह भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. ये साफ है कि चीन और पाकिस्तान एक साथ हैं, वे हथियार खरीद रहे हैं, प्लैनिंग कर रहे हैं. ये बहुत बड़ी गलती है. भारत खतरे में है.
राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि चीन के पास एक क्लियर प्लान है और उसकी नींव उसने डोकलम और लद्दाख में रखी है. उन्होंने सरकार पर जम्मू-कश्मीर और विदेश नीति में बड़ी रणनीतिक गलतियां करने का आरोप भी लगाया था. राहुल गांधी ने कहा था कि अगर हम इसे सही नहीं करते हैं, तो देश को नुकसान होगा.