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अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन बॉर्डर पर जवानों के साथ दीपावली मनाएंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जानिए पूरा कार्यक्रम

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर जाएंगे. जहां वो सीमावर्ती जिला तवांग में रालेंगनाओ बॉब खातिंग वार मेमोरियल और सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इस मौके पर राजनाथ के साथ मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह भी मौजूद रहेंगे.

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश जाएंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश जाएंगे

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले का दौरा करेंगे. वे वहां रालेंगनाओ बॉब खातिंग वार मेमोरियल और सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इसके अलावा राजनाथ भारत-चीन की सीमा पर तैनात जवानों के साथ दीपावली का त्योहार मनाएंगे. इस मौके पर रक्षा मंत्री के साथ मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह भी मौजूद रहेंगे.

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सोशल मीडिया हैंडल 'X' पर जानकारी साझा करते हुए अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने राजनाथ सिंह और एन बीरेन सिंह का राज्य में स्वागत किया है. खांडू ने पोस्ट में लिखा है कि फरवरी 1951 में भारतीय प्रशासन को तवांग में लाने के लिए किए गए अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करने वाले मेजर रालेंगनाओ बॉब खातिंग के वीरतापूर्ण कार्य का मानव इतिहास में कोई दूसरा उदाहरण नहीं है.

पेमा खांडू ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा है कि भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में 'लौह पुरुष' सरदार वल्लभभाई पटेल ने कई रियासतों को देश में मिलाकर जो कार्य किया है, उसके लिए हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे. उन्होंने लिखा, अरूणाचल प्रदेश के लोगों की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी का पहाड़ों की पवित्र भूमि पर हार्दिक स्वागत करता हूं. खांडू ने अपने पोस्ट में मणिपुर के मुख्यमंत्री के स्वागत में लिखा, मुख्यमंत्री एन बीरेन जी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति में उनके द्वारा तवांग में मेजर रालेंगनाओ बॉब खातिंग म्यूजियम ऑफ वेलोर का उद्घाटन और तवांग में भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'देश का वल्लभ' का अनावरण किया जाएगा.

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LC पर चीन के साथ चल रहा विवाद समाप्त हो गया है

पेमा खांडू ने एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ये क्षण भारत के दो महान और बहादुर आत्माओं को समर्पित है. ये दो स्मारक हमें हमेशा हमारे देश की अखंडता और संप्रभुता में उनके महत्वपूर्ण योगदान की याद दिलाएंगे.

कुछ दिनों पहले पूर्वी लद्दाख में LAC पर चीन के साथ सालों से चला आ रहा विवाद सुलझ गया है.

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