चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों पर हुई वोटिंग की मतगणना शनिवार तड़के तक चलती रही. सबसे आखिर में महाराष्ट्र के नतीजे आए. यहां भाजपा 3 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. वहीं, 3 सीटों पर महाविकास अघाड़ी ने जीत दर्ज की.
महाराष्ट्र के अलावा हरियाणा के नतीजों में काफी देरी हुई. यहां कांग्रेस को जोरदार झटका लगा और पार्टी के उम्मीदवार अजय माकन को हार का सामना करना पड़ा. हरियाणा में भाजपा के कृष्ण लाल पंवार तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा ने जीत दर्ज की.
महाराष्ट्र में किसे कितने वोट मिले?
महाराष्ट्र की बात करें तो केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल 48 वोट हासिल करने में कामयाब रहे. इसके अलावा बीजेपी के एक और उम्मीदवार अनिल बोंडे ने 48 वोट के साथ जीत दर्ज की. इसके साथ ही भाजपा के धनंजय महादिक को 41.58 वोट मिले.
इमरान प्रतागढ़ी को भी मिली जीत
एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को 43 वोट मिले. वहीं, शिवसेना की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवार संजय राउत ने भी 41 वोटों के साथ जीत दर्ज की. शिवसेना के संजय पवार को 39.26 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार बनाए गए इमरान प्रतापगढ़ी 44 वोट हासिल कर जीत गए.
बता दें कि महाराष्ट्र की छह सीटों पर 7 उम्मीदवार थे. छठी सीट के लिए शिवसेना के संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक में मुकाबला कांटे का था. मुख्यमंत्री के लिए उद्धव ठाकरे के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई थी लेकिन वो अपने उम्मीदवार जितान में नाकाम रहे.
नतीजे से पहले दोनों खेमों में खींचतान
नतीजे से पहले दोनों खेमों में जबरदस्त खींचतान देखी गई. कांग्रेस ने चुनाव आयोग के बीजेपी विधायक सुधीर मुनगंटीवार और निर्दलीय रवि राणा का वोट रद्द करने की मांग की तो बीजेपी ने एनसीपी के जितेंद्र आव्हाड, कांग्रेस की यशोमति ठाकुर और शिव सेना के सुहास कांदे की वोटिंग रद्द करने की मांग की. लेकिन चुनाव आयोग ने सिर्फ सुहास कांदे के वोट को ही रद्द किया. आधी रात को करीब एक बजे दोबारा वोटों की गिनती शुरू हुई, सुबह जब नतीजे आए तो बीजेपी के खेमे में खुशी थी और शिव सेना खेमा निराश था.
मतदान के 9 घंटे के बाद मतगणना, 6 घंटे तक हुआ विमर्श
महाराष्ट्र और हरियाणा में राज्यसभा सीटों के लिए मतदान समाप्त होने के नौ घंटे बाद तक मतों की गिनती रुकी रही. निर्वाचन आयोग ने छह घंटे की मैराथन मीटिंग के बाद रात एक बजे मतगणना शुरू करने को हरी झंडी दी. आयोग ने महाराष्ट्र में पांच मतों पर जताई गई आपत्तियों में से चार को खारिज कर दिया लेकिन एक वोट रद्द कर दिया. जबकि हरियाणा में आपत्तियों की जद में आए दोनों वोट वैध करार दिए.
रात एक बजे आयोग के आठ पेज के आदेश में अपने कदम और निर्णय को विस्तार से बताया है. मीटिंग के दौरान आयोग ने दोनों राज्यों के निर्वाचन अधिकारी यानी रिटर्निंग ऑफिसर और पर्यवेक्षकों और विशेष पर्यवेक्षकों से बातचीत करने के साथ साथ वीडियो फुटेज भी देखी. फिर शुरू हुआ ऑर्डर तैयार करने का क्रम. सभी रिपोर्ट के साथ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के साथ घटनाओं का तालमेल बिठाया गया. फिर कानून और अधिनियम की रोशनी में उसका आकलन करने का सिलसिला. इसमें करीब तीन घंटे लगे.
एक बजे के करीब आयोग ने आदेश दिया कि महाराष्ट्र में पांच वोटों पर जताई गई आपत्तियों में से चार में कोई दम नहीं है. एक वोटर ने गलती की और ढिठाई भी. क्योंकि उन्होंने निर्वाचन अधिकारियों की हिदायत नहीं मानी और बैलेट पेपर के साथ मनमानी की. बाकी रवि राणा के हनुमान चालीसा लेकर वोट देने जाने में भी आयोग को कोई खामी नजर नहीं आई. क्योंकि ये आरोप जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के दायरे में नहीं आता है. नई सुबह के साथ नए नतीजे और राज्यसभा के नए सदस्यों के नाम भी सामने आए.
हरियाणा में ऐसा रहा वोटों का गणित
राज्यसभा चुनाव में एक वोट 100 के बराबर माना जाता है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस का एक वोट रद्द कर दिया था. इसलिए यहां 88 वोट बचे थे, यानी 8800 वोट. जीत के लिए 8800/3+1 यानी 2934 वोट चाहिए थे. भाजपा के कृष्णलाल पंवार की जीत के बाद 66 वोट बच गए, जो कार्तिकेय को ट्रांसफर कर दिए गए.
एक वोट से कार्तिकेय ने पलटी बाजी
कार्तिकेय शर्मा और अजय माकन को 29-29 (2900-2900) वोट मिले थे. लेकिन भाजपा के 66 वोट मिल जाने के बाद कार्तिकेय के वोट 2966 हो गए और उनकी जीत हो गई. कांग्रेस का एक वोट अवैध होने के कारण पूरी बाजी पलट गई.
राजस्थान में चला गहलोत का मैजिक
राजस्थान में कांग्रेस अपनी तीनों सीट जीतने में कामयाब रही. राजस्थान में कांग्रेस से प्रमोद तिवारी, रणदीप सुरजेवाला और मुकुल वासनिक जीते, जबकि बीजेपी के एकमात्र उम्मीदवार घनश्याम तिवारी ने कामयाबी हासिल की. बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा चुनाव हार गए. वहीं, कर्नाटक में बीजेपी अपनी तीनों सीट जीतने में कामयाब रही. बीजेपी से निर्मला सीतारमण, जग्गेश और लहर सिरोहा चुनाव जीते जबकि कांग्रेस से जयराम रमेश ने जीत हासिल की.