
चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. पश्चिम बंगाल की छह, गुजरात की तीन और गोवा की एक सीट के लिए 24 जुलाई को मतदान होगा. राज्यसभा की जिन 10 सीटों के लिए मतदान होना है उनमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन की सीट भी शामिल है. इन दोनों नेताओं का कार्यकाल 18 अगस्त को पूरा हो रहा है.
लुजिन्हो जोकिम फलेरियो के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव भी 24 जुलाई को ही होगा. इसके लिए उम्मीदवार 13 जुलाई को नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे. राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के साथ ही राजनीतिक दलों में इसे लेकर गुणा-गणित का दौर शुरू हो गया है तो वहीं नेताओं में उच्च सदन के लिए अपनी बर्थ सुरक्षित कराने की होड़ भी. गुजरात से विदेश मंत्री एस जयशंकर का फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर राज्यसभा पहुंचना तय माना जा रहा है.
गुजरात और गोवा की 4 सीटों पर बीजेपी की जीत पक्की
राज्यसभा चुनाव में राज्यों की विधानसभा के अंक गणित पर नजर डालें तो गुजरात से बीजेपी के तीन सदस्यों का निर्वाचन तय माना जा रहा है. 182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा में बीजेपी के 157 सदस्य हैं. गुजरात की तीन राज्यसभा सीटें रिक्त हो रही हैं. अगर वोटिंग की नौबत आती है तो एक सीट जीतने के लिए 46 वोट की जरूरत होगी. तीनों सीटें जीतने के लिए 138 वोट चाहिए होंगे. ऐसे में बीजेपी का तीनों सीटें फिर से जीतना तय है. 40 विधानसभा सदस्यों वाले गोवा में बीजेपी के 20 विधायक हैं और तीन निर्दलीय भी बीजेपी के साथ हैं. वोट-गणित के मुताबिक गोवा की सीट भी बीजेपी के हिस्से आना तय है. यानी बीजेपी इसबार अपनी चार की चार सीटें बरकरार रखेगी.
पश्चिम बंगाल में एक सीट पर फंसेगा पेच
पश्चिम बंगाल की बात करें तो सूबे की छह में एक सीट कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य का कार्यकाल पूरा होने की वजह से रिक्त हो रही है. पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा चुनाव में एक सीट जीतने वाली कांग्रेस विधानसभा में शून्य पर पहुंच गई है. कांग्रेस विधायक ने टीएमसी का दामन थाम लिया था. ऐसे में कांग्रेस के हाथ से सीट का फिसलना तय है. राज्यसभा की जिन 10 सीटों पर मतदान होना है, उसमें सबसे ज्यादा छह सीटें पश्चिम बंगाल की हैं.
वोटों का गणित देखें तो पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल 294 सदस्य हैं. राज्यसभा की छह सीटों पर चुनाव होने हैं, ऐसे में हर एक सीट जीतने के लिए 43 विधायकों का वोट चाहिए होगा. एक सीट पर बीजेपी की जीत तय है और उसके बाद भी पार्टी के पास 34 विधायकों के वोट बचेंगे. जबकि पांच सीटें जीतने के लिए टीएमसी को 215 वोट चाहिए होंगे. टीएमसी कुछ विधायक अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. ऐसे में टीएमसी पांचवीं सीट बचाने के लिए जरूरी वोट के गणित में मामूली अंतर से पिछड़ती नजर आ रही है. अगर बीजेपी ने दो उम्मीदवार उतार दिए तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
इन सदस्यों का पूरा हो रहा कार्यकाल
राज्यसभा की जिन 10 सीटों के लिए 24 जुलाई को चुनाव होना है, उनमें से नौ सीटें 18 अगस्त को रिक्त हो रही हैं. गुजरात से सांसद एस जयशंकर, दिनेश जेमलभाई अनावडिया और लोखंडवाला जुगल सिंह माथुरजी का कार्यकाल 18 अगस्त को पूरा हो रहा है. वहीं, पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, प्रदीप भट्टाचार्य, सुष्मिता देव, शांता छेत्री और सुखेंदु शेखर रे का कार्यकाल भी 18 अगस्त को ही पूरा हो रहा है. इनमें प्रदीप भट्टाचार्य कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य थे जबकि बाकी पांच टीएमसी के सांसद हैं. गोवा से बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय डी तेंदुलकर का कार्यकाल 28 जुलाई को पूरा हो रहा है.
राज्यसभा में किस दल के कितने सांसद
राज्यसभा में अभी की बात करें तो 93 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है. बीजेपी के बाद 31 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर है. टीएमसी के राज्यसभा में 12 सांसद हैं. 10 सीटों पर चुनाव के बाद राज्यसभा में बीजेपी का संख्याबल एक सीट के फायदे के साथ 93 से 94 पर पहुंच जाएगा और कांग्रेस एक सीट के नुकसान के साथ 31 से 30 सीटों पर आ जाएगी.
राज्यसभा चुनाव में क्या है वोटों का गणित
राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए कितने वोट चाहिए? इसके लिए प्लस वन फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाता है. जिस राज्य की राज्यसभा सीट के लिए मतदान होना है, हम सबसे पहले उसकी विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या देखते हैं. फिर विधानसभा की कुल सदस्य संख्या को रिक्त सीटों की संख्या में एक जोड़कर भाग देते हैं. अब जो परिणाम प्राप्त होता है, उसमें भी एक जोड़ लेते हैं. अब जो नतीजा आता है, वही एक सीट जीतने के लिए जरूरी वोट का आंकड़ा है.
इसे हम पश्चिम बंगाल का उदाहरण लेकर समझ सकते हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा की कुल सदस्य संख्या 294 है. सूबे की छह राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. एक सीट के लिए कितने वोट चाहिए होंगे? जानने के लिए हम वन प्लस थ्योरी का इस्तेमाल करते हुए 294 में छह प्लस वन यानी सात से भाग देंगे. परिणाम 42 आया. अब 42 में एक जोड़ लेंगे. नतीजा 43 है. यानी पश्चिम बंगाल की छह सीटों के लिए होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 43 वोट की जरूरत होगी.