अमित शाह ने ओडिशा में नकदी जब्ती के बाद कांग्रेस से राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू को निलंबित नहीं करने के लिए इंडिया गठबंधन के पार्टियों को फटकार लगाई. उन्होंने कहा, अभी, झारखंड में एक सांसद के यहां, मैं यह नहीं कहना चाहता कि वह किस पार्टी से हैं, लेकिन पूरी दुनिया को इसके बारे में पता है, इतनी नकदी मिली है कि बैंक के कैशियर भी कहते हैं कि उन्होंने इतना कैश कभी नहीं देखा है.
हालांकि, शाह ने न तो उस सांसद का नाम बताया और न ही उस पार्टी का, जिससे वह जुड़े थे. शाह ने कहा कि नोट गिनती के लगातार पांच दिन हो गए हैं और गिनती के लिए इस्तेमाल 27 कैश मशीनें भी 'गर्म' हो गई हैं, जिससे पता चलता है कि नकदी की गिनती अभी भी जारी है. शाह ने कहा, 'घमंडिया गठबंधन (विपक्षी भारत गुट के स्पष्ट संदर्भ में) में से किसी ने भी इस पर न तो टिप्पणी की है और न ही उन्हें निलंबित किया है. (उनमें से) किसी ने भी नहीं.'
रविवार को समाप्त हुई पांच दिवसीय गिनती के बाद आईटी विभाग ने एक ही ऑपरेशन में किसी भी एजेंसी द्वारा देश में सबसे अधिक 351 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है. विभाग द्वारा तलाशी के दौरान झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के रांची और अन्य स्थानों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई.
धीरज प्रसाद साहू का राजनीतिक सफर
दरअसल धीरज प्रसाद साहू राजनीति में भी बड़ा नाम है, धीरज साहू तीसरी राज्यसभा सांसद बने हैं. इसके अलावा वे चतरा लोकसभा सीट से भी दो बार कांग्रेस की टिकट चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली. पहली बार धीरज साहू साल 2009 में हुए उपचुनाव में राज्यसभा सांसद बने थे. उसके बाद फिर 2010 में दूसरी बार और 2018 में तीसरी बार राज्यसभा पहुंचे.
अगर घोषित संपत्ति की बात करें तो साल 2018 में राज्यसभा चुनाव के दौरान धीरज प्रसाद साहू ने जो शपथ पत्र चुनाव आयोग को दिया था, उसमें अपनी संपत्ति 34 करोड़ रुपये बताई थी. उन्होंने खुद पर 2.36 करोड़ रुपये का कर्ज भी घोषित किया था. जबकि वित्त वर्ष 2016-17 के इनकम टैक्स रिटर्न में उन्होंने अपनी आमदनी 1 करोड़ रुपये से अधिक बताई थी. हलफनामे के अनुसार उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है.