कोरोना वायरस संकट के बीच राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने जल्द शुरू होने वाले संसद सत्र को लेकर बैठक की. राज्यसभा में कोरोना वायरस संकट के बीच कई सावधानियों के साथ सत्र को चलाया जाएगा, ऐसे में वेंकैया नायडू ने सोमवार को गृह, स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों और ICMR के लोगों के साथ बैठक की.
बैठक के दौरान देश के अलग-अलग हिस्से से सांसदों के आने, वापसी में क्वारनटीन के मसले पर भी गृह सचिव से बात की गई. इस दौरान राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने कहा कि सभी सांसदों का टेस्ट कराना जरूरी है, ताकि हर कोई सुरक्षित रह पाए. सांसदों के अलावा उनके परिवार और स्टाफ के लोगों का भी टेस्ट होगा. जिसके लिए ICMR की ओर से सारी व्यवस्था की जाएगी.
बैठक में तय किया गया है कि सभी सांसदों को 14 सितंबर से शुरू होने वाले सदन के 72 घंटे पहले ही अपना टेस्ट कराना होगा. जो लोग दिल्ली आने से पहले पॉजिटिव पाए जाएंगे, उन्हें क्वारनटीन किया जाएगा. साथ ही जो सत्र के दौरान पॉजिटिव पाए जाएंगे तो उन्हें सेशन अटेंड नहीं करना होगा.
सदन में सत्र के दौरान सभी सांसदों को मास्क पहनना होगा, कोशिश करनी होगी कि मास्क पहनकर ही बात करें. हालांकि, सत्र में सांसदों के बैठने के बीच काफी दूरी भी रखी जाएगी. DRDO की ओर से हर सांसद को एक किट दी जाएगी, जिसमें मास्क, सैनिटाइजर, फेस शील्ड जैसी कई चीज़ें होंगी.
आपको बता दें कि मार्च में कोरोना का कहर शुरू होने के बाद पहली बार संसद का सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में इस बार काफी सतर्कता बरती जा रही है. संसद का मॉनसून सत्र 14 सितंबर से दो अक्टूबर तक चलेगा, इस दौरान कोई छुट्टी नहीं होगी. लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के बैठने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.