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राज्यसभा से 13 मिनट में पारित हुए फाइनेंस बिल और जम्मू कश्मीर का बजट, विपक्ष ने लगाए नारे

राज्यसभा में अडानी मुद्दे की जांच को लेकर विपक्ष की नारेबाजी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक 2023 पेश किया. वित्त विधेयक के साथ ही उच्च सदन से जम्मू कश्मीर का बजट भी पारित कर दिया गया. हंगामे और नारेबाजी के बीच 13 मिनट तक चली कार्यवाही के दौरान जम्मू कश्मीर के बजट और फाइनेंस बिल पर वोटिंग हुई.

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राज्यसभा में हंगामे के बीच हुई वोटिंग
राज्यसभा में हंगामे के बीच हुई वोटिंग

राज्यसभा में सोमवार को भी हंगामा जारी रहा. हंगामे के कारण सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे जब दोबारा शुरू हुई, विपक्ष का हंगामा जारी रहा. विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही करीब 13 मिनट तक चली और इस दौरान उच्च सदन ने जम्मू कश्मीर का बजट और वित्त विधेयक 2023 पारित कर लोकसभा को वापस भेज दिया.

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दरअसल हुआ ये कि दोपहर दो बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के सांसद वी वांट जेपीसी..., मोदी-अडानी भाई-भाई..., गली-गली में शोर है... के नारे लगाते हुए वेल में आ गए. विपक्ष की नारेबाजी के बीच राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही जारी रखी.

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने हंगामे के बीच ही जम्मू कश्मीर के बजट, जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक पर वोटिंग कराया. जम्मू कश्मीर के बजट और जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक को वोटिंग के बाद उच्च सदन ने पारित कर दिया. इसके बाद ये विधेयक लोकसभा को वापस भेज दिए गए. विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उच्च सदन में वित्त विधेयक पेश किया.

राज्यसभा में विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही वित्त विधेयक पर वोटिंग हुई और इसे पारित कर लोकसभा को वापस भेज दिया गया. हंगामे के बीच इन विधेयकों पर वोटिंग के समय सभापति जगदीप धनखड़ मुस्कराते भी नजर आए. दरअसल वोटिंग के दौरान सभापति जब ये कह रहे थे कि जो लोग समर्थन में हैं, हां कहें. इस पर वे सत्तापक्ष की ओर देख रहे थे.

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सभापति जब ये कह रहे थे कि जो लोग विरोध में हैं, ना कहें. तब वे विपक्ष की ओर देख रहे थे. विपक्ष के सांसद नारेबाजी कर रहे थे. ऐसे में वे विपक्ष की ओर देखते समय उनके चेहरे पर मुस्कान तैर जा रही थी. सदन की करीब 13 मिनट तक चली कार्यवाही के दौरान ये विधेयक पारित कर दिए गए और इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 28 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

गौरतलब है कि राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सुबह 11 बजे विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी. दोपहर दो बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तब भी सदन में विपक्ष का हंगामा जारी रहा.

 

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