कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने आजतक संवाददाता कुमार कुणाल से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस नहीं हुए तो अबकी बार हल क्रांति होगी. किसान पार्लियामेंट में जाकर ट्रैक्टर चलाएंगे. यही नहीं टिकैत ने भविष्यवाणी की उन्हें 12 साल की जेल होगी.
अबकी बार हल क्रांति होगी
बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे पास ट्रैक्टर है, जिसे हम खेत में ले जाते हैं. हमारे पास कोई AC बस तो है नहीं. किसान पार्लियामेंट जाएगा, ट्रैक्टर चलाएगा, खेती करेगा. उन्होंने कहा कि अबकी बार तो हल क्रांति होगी. इस साल होगी, अगले साल सर्दी में होगी या 5 साल बाद, ये नहीं पता. अभी हमने समय तय नहीं किया है.
सरकार बातचीत करे
किसान नेता ने कहा कि देर हम नहीं कर रहे, सरकार कर रही है. हम तो तैयार बैठे हैं कि सरकार बातचीत करे. लेकिन हमने यह तय कर लिया है कि किसान अब लुटेगा नहीं.
किसान नेता बीएम सिंह को बताया रणछोड़
आंदोलन से किसान नेता बीएम सिंह के अलग होने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि हम बीएम सिंह की कमेटी के एडवाइजर नहीं हैं. हम उन्हें क्या बोलें. अब जनता तय करेगी कि उनका (बीएम सिंह) क्या करना है, उनका संगठन अलग है. टिकैत ने कहा कि जो लड़ाई बीच में छोड़कर भाग गया, उन्हें जनता बताएगी. लड़ाई चल रही है और बीच में छोड़कर भाग गए. कृष्ण भगवान का भी नाम रणछोड़ था और यह इतिहास में दर्ज होगा कि कौन लड़ाई के बीच में रण छोड़कर भाग गया था.
टिकैत ने आगे कहा कि हमने किसानों से कहा कि किसी को धन नहीं देना है. गांव का धन गांव में ही रहेगा, उसी से आंदोलन चलेगा. ना जनता यहां किसी नेता को आने से रोकती है, ना जाने से.
पार्लियामेंट जाएंगे, खेती करेंगे
किसान नेता ने बातचीत के दौरान कहा कि अबकी बार हल क्रांति होगी. हम पार्लियामेंट में जाएंगे वहां जो पार्क है वहां पर गेहूं उत्पादन करेंगे. मक्का उत्पादन करेंगे. ट्रैक्टर वहां पक्का चलेगा, सिर्फ सड़क छोड़ेंगे. फुलवारी में फसल पैदा होगी. टिकैत ने कहा कि वहां जो जमीन है, वही मंत्रालय को हम कामकाज दे देंगे. वह पार्लियामेंट की देखरेख में एक रिसर्च सेंटर होगा, एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर.
मुझे होगी जेल
टिकैत ने कहा कि मुझे पता है कि इसके बाद मुझे 12-13 साल तिहाड़ जेल में रहना. लेकिन कम से कम किसान तो आजाद हो जाएगा. फिर हमें कोई दिक्कत नहीं होगी. मुकदमा लगेगा तो हमें जेल में रहना होगा. यही कानून है. उन्होंने कहा कि तारीख में नहीं बताऊंगा, तारीख संयुक्त मोर्चा तय करेगा. फिर पता नहीं क्या होगा.
पूरे देश में जाएंगे
किसान नेता ने कहा कि दिल्ली में जब जरूरत होगी तो चले जाएंगे, हम दिल्ली में ही तो बैठे हुए हैं. जो दिल्ली नहीं आ सकते उनके लिए हम वहां जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम तो पूरे देश में जाएंगे. कर्नाटक भी जा रहे हैं, तेलंगाना भी जाएंगे.