कृषि कानूनों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सफल बताया है. टिकैत ने एक बार फिर से दोहराया कि जब तक तीनों कानूनों को रद्द नहीं किया जाएगा और एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा.
राकेश टिकैत ने कहा, ''यूपी में 800 से ज्यादा जगहों पर आंदोलन हुए हैं और ठीक रहा है. हालांकि, कुछ दुकानें खुली रहीं, क्योंकि सरकार का फोकस रहा कि यह दिखाया जाए कि यूपी में आंदोलन का असर कम रहा, लेकिन आंदोलन पूरी तरह से सफल रहा है.'' उन्होंने बीजेपी और उसके नेताओं पर तंज सकते हुए कहा कि बीजेपी वाले बहुत ज्ञानी हैं और उन्हीं से हमें भारत बंद का आइडिया आया है. टिकैत ने कहा कि हमने कोई सीलबंद आंदोलन नहीं किया और लोगों को आने-जाने की छूट भी दी, ताकि वे आते-जाते रहें.
'शर्तों पर बात करना चाहते हैं कृषि मंत्री, मिले पूरी ताकत'
राकेश टिकैत ने भारत बंद के खत्म होने के बाद 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि आंदोलन को बीजेपी वाले चुनाव तक क्यों लेकर जा रहे हैं. कृषि मंत्री कंडीशन पर बातचीत करना चाहते हैं कि कानून वापस नहीं होगा, भले कुछ संशोधन करवा लिए जाएं. अगर उन्होंने पहले ही फैसला कर लिया है, तो हम नहीं जाएंगे.'' कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को रट्टू बताने वाले सवाल पर टिकैत ने कहा कि उन्हें जो बताया जाता है, वही रट कर आते हैं और उसी को बैठक में बताते हैं. उनसे आगे बोलने की उन्हें पावर नहीं है. अगर कृषि मंत्री को पूरी ताकत दे दी जाए तो आंदोलन पर फैसला हो जाएगा. लेकिन जितना सरकार बोलती है, उसी बात को वह दोहराते हैं. उसके आगे कभी नहीं बढ़े.
टिकैत बोले- भारत बंद का आइडिया बीजेपी से लिया
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पहले बीजेपी वाले भारत बंद करते थे. हमने उन्हीं से भारत बंद का आइडिया लिया है. बीजेपी वाले काफी ज्ञानी आदमी हैं. ये उसका भी आइडिया देते हैं कि कपड़ा कौन सी जगह पर कैसा पहनना है. कोई भी ठीक आईडिया दे, तो उसे ले लेना चाहिए. दिल्ली-एनसीआर में भारत बंद के दौरान लगे भीषण जाम को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि इसमें हमारी क्या गलती है. जनता की ही लड़ाई है. जनता आलू को 20 रुपये किलो खरीद रही है, जबकि किसान इसे दो रुपये किलो बेच रहा है. इसी की लड़ाई हम लोग लड़ रहे हैं.
टिकैत बोले- तीन राज्यों का नहीं, पूरे देश का आंदोलन
वहीं, भारत बंद के सफल होने का दावा करते हुए भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि जो इसे तीन राज्यों क आंदोलन बताते थे, उनके मुंह पर आज का बंद तमाचा है. बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद पूरी तरह से सफल रहा. देशभर में किसानों ने सड़कों पर आकर अपने गुस्से का इजहार किया. देशभर में हजारों जगह से भी ज्यादा किसान सड़कों पर बैठे. बंद को किसानों के साथ-साथ मजदूर व्यापारियों, कर्मचारियों, ट्रेड यूनियन का भी सहयोग मिला. उन्होंने कहा कि 3 राज्यों का आंदोलन बताने वाले लोग आंख खोल कर देख लें कि पूरा देश किसानों के साथ खड़ा है.