संसद में रमेश बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बसपा सांसद दानिश अली ने मामले में एक बार फिर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि, मैं सदन में पीएम का बचाव कर रहा था और बीजेपी सांसद हंस रहे थे. अगर यह साबित हो जाए कि मैंने पीएम के खिलाफ 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. छेड़छाड़ करने वाले बिधूड़ी के बचाव में उतर रहे हैं.
मेरे खिलाफ लिंचिग के लिए भड़काने का काम
कहीं न कहीं मुझे ऐसा लगता है कि जिस तरह से बीजेपी सांसदों को मेरे खिलाफ फिजिकल लिंचिंग भड़काने का काम दिया गया था. इसके लिए उन्होंने पत्र लिखा, सब कुछ रिकॉर्ड में है. फिर बीजेपी अध्यक्ष बिधूड़ी को किस लिए बुला रहे हैं? इसका उद्देश्य यह है कि यदि आप विश्वास नहीं दिला सकते तो लोगों को भ्रमित करें.
निशिकांत दुबे के लिए कही ये बात
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के लिए उन्होंने कहा कि, वह बीजेपी के लिए संसद में मुख्य वक्ता हैं, तो इसका मतलब साफ है कि वह दानिश अली को पीट-पीटकर मार डालने के लिए लोगों को उकसाने के लिए ऊपर से आए हैं. बिधूड़ी से क्या पूछना चाहते हैं जेपी नड्डा? इससे यह पता चलता है कि उन्होंने मेरे खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया? दरअसल मैं सदन में पीएम का बचाव कर रहा था. पहले राउंड में ही बिधूड़ी पीएम के खिलाफ बोल रहे थे, फिर मेरे समुदाय पर. आप पीएम के लिए ऐसी सोच आप रख सकते हैं, मेरे लिए नहीं. '
रमेश बिधूड़ी ने किया था किसी भी टिप्पणी से इनकार
इससे पहले रविवार को, भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद में की गई अपनी टिप्पणी पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और कहा कि अध्यक्ष इस घटना की जांच कर रहे हैं. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, जब बिधूड़ी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने सीधे 'नो कमेंट्स' कहा, और आगे जोड़ा कि, स्पीकर (ओम बिड़ला) इस पर गौर कर रहे हैं, मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता." रमेश बिधूड़ी ने बीते गुरुवार को चंद्रयान-3 मिशन पर चर्चा के दौरान लोकसभा में बसपा नेता कुंवर दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उनकी टिप्पणियों को संसदीय रिकॉर्ड से हटा दिया गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को बिधूड़ी को इस तरह का व्यवहार दोबारा करने पर "सख्त कार्रवाई" की चेतावनी दी थी.
दानिश बोले- कार्रवाई नहीं हुई तो छोड़ दूंगा सदस्यता
इस बीच, बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि अगर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह अपनी लोकसभा सदस्यता छोड़ने पर विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि "जब मेरे जैसे निर्वाचित सदस्य की यह हालत है तो आम आदमी की क्या हालत होगी? मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा और अध्यक्ष जांच कराएंगे, या फिर भारी मन से मैं इस बारे में सोचूंगा कि इस संसद को छोड़ दूं क्योंकि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.'