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तीन दिन और तीन बसें, ऐसे हुलिया बदलकर घूमा बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट का आरोपी, भटकल से जुड़ रहे तार

बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को विस्फोट हुआ था जिसमें 10 लोग घायल हुए थे. अभी तक इस धमाके का आरोपी जांच एजेंसियों की पकड़ में नहीं आया है. इस बीच आरोपी के तार अपने आतंकी इतिहास के लिये जाने जानेवाले भटकल की तरफ जुड़ते हुए दिख रहे हैं.

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आरोपी की बसों में सवारी करते हुए तीन तस्वीरें सामने आई हैं
आरोपी की बसों में सवारी करते हुए तीन तस्वीरें सामने आई हैं

बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट के आरोपी की कुछ और तस्वीरें सामने आई हैं. तस्वीरों में संदिग्‍ध आतंकी तीन अलग अलग दिन बसों में, कभी टोपी तो कभी बिना टोपी और कभी मास्क पहनकर बस में यात्रा करते हुए देखा जा सकता है. मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस संदिग्ध की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए इसके बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है. सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.

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भटकल से जुड़ने के सबूत

इस बीच जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैस-वैसे नई जानकारियां सामने आ रही है. संदिग्ध आतंकी के तार अपने आतंकी इतिहास के लिये जाने जाने वाले भटकल की तरफ़ जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं और इसके कुछ सबूत मिले हैं. तस्वीरों में दिख रहा है कि आरोपी मंगलवार को तुमकुर बस स्टैंड पर मास्क और टोपी में पहने दिख रहा था. इसके बाद बुधवार की शाम को वह आंध्र प्रदेश के मन्त्रालयम से गोकर्ण जाने वाली बस में सवार हुआ था. गुरुवार को वह भटकल के पास बस से उतर गया. 

यह भी पढ़ें: बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट केस: NIA ने जारी की हमलावर की तस्वीर, सूचना देने वाले को 10 लाख का इनाम

कहां है भटकल

दरअसल भटकल कर्नाटक में एक ऐसी जगह है, जो अच्छी वजह से नहीं बल्कि बदनामी की वजह से सुर्खियों में रही है. यहां के तीन युवा आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने अपने नाम के आगे भटकल जोड़ दिया, जैसे - शाहबंदरी रियाज़ भटकल, इक़बाल भटकल और यासीन भटकल. इसके बाद भटकल गलत वजहों से सुर्खियों में आ गया.

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एक मार्च को हुआ था ब्लास्ट

आपको बता दें कि बेंगलुरु के रामेश्‍वरम कैफे में 1 मार्च यानि शुक्रवार को दोपहर करीब 1 बजे बम विस्‍फोट हुआ था इसमें 10 लोग घायल हो गए थे. धमाका होते ही अंदर धुआं भर गया और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने नजर आए थे. शुरू में लोगों को लगा कि शायद ये सिलिंडर ब्लास्ट है, लेकिन जब पुलिस और NIA की टीम मौके पर पहुंची तो शक की सूई दूसरी ओर घूम गई. इसके बाद केस पूरी तरह NIA को सौंप दिया गया.

संदेह है कि यह विस्फोट इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के जरिए किया गया है. इसके तुरंत बाद कर्नाटक पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए के तहत केस दर्ज किया था. 

यह भी पढ़ें: बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट: लश्कर मॉड्यूल, मैंगलुरु कनेक्शन... इन दो आतंकियों की तलाश में खुफिया एजेंसियां

खुफिया एजेंसियों को शक है कि इस ब्लास्ट केस में दोनों आतंकियों की अहम भूमिका है. इनके नाम जुनैद और सलमान बताए जा रहे हैं. आजतक/इंडिया टुडे को सूत्रों से जानकारी मिली है कि दोनों इस वक्त अजरबैजान में मौजूद हैं. दोनों की लोकेशन पहले दुबई में मिली थी, लेकिन बाद में वो वहां से फरार हो गए. दोनों लश्कर मॉड्यूल के सदस्य बताए जा रहे हैं. जुलाई में खुफिया एजेंसियों ने बेंगलुरु में लश्कर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इसमें छह लोग गिरफ्तार किए गए थे.

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