राणा सांगा को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन की टिप्पणी पर विवाद गहराता जा रहा है. मेवाड़ के पूर्व राजघराने की बहू महिमा कुमारी मेवाड़ ने यह मुद्दा गुरुवार को जहां लोकसभा में उठाया था, वहीं शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्यों ने उठाया. बीजेपी के सांसदों ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के आसन पर आते ही माफी मांगने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. बीजेपी ने इस पूरे विवाद में कांग्रेस को भी घेरा तो बचाव में प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा हमारे भी हीरो हैं.
दरअसल, राज्यसभा के सभापति जैसे ही अपने आसन पर आए, सत्तापक्ष के सदस्य राणा सांगा का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान के नारे लगाते हुए सपा सांसद से माफी मांगने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे. सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सभी से मेरी अपील है कि हर समुदाय में हीरो हैं. इस सदन के सदस्य संवेदनशील मुद्दों पर उच्च मानकों का ध्यान रखें. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सभापति की बात से सहमति जताते हुए कहा कि इस पर कांग्रेस पार्टी का स्टैंड पूछ लीजिए. इस सदन में हमारे देश के हीरो का अपमान करते हैं तो मैं नहीं मानता कि ये मुद्दा अकेले रामजीलाल सुमन का है.
उन्होंने कहा कि ये (रामजीलाल सुमन) बहुत ही वरिष्ठ सांसद हैं. लोकसभा में भी हमारे साथ रहे हैं. कई साल पहले यहां आए हैं. इसका मैं सम्मान करता हूं, व्यक्तिगत तौर पर और एक साथी के तौर पर. रिजिजू ने कहा कि राणा सांगा को लेकर जो वक्तव्य दिया, अगर यहां से हटा भी दिया तो सोशल मीडिया और न्यूज पर तो वह बिल्कुल चल रहा है. जिस भाषा और लहजे में माननीय सदस्य ने राणा सांगा के बारे में बोला है, वह सुनकर कैसे किसी को मंजूर होगा. उन्होंने विपक्षी इंडिया ब्लॉक और विपक्ष के नेता से इस बयान का खंडन करने की अपील की और कहा कि किसी भी नेशनल हीरो का अपमान नहीं करना चाहिए. देश में भी और इस सदन में भी.
अपमानजनक व्यवहार सहन नहीं करेंगे- खड़गे
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभापति ने जो बातें रखी हैं, उनका स्वागत करते हैं. जो भी महापुरुष हैं जो देश के लड़े हैं, उनका सम्मान करते हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कानून अपने हाथ में लेकर कोई किसी के घर पर जाकर तोड़फोड़ करे. ये हमें स्वीकार नहीं है और इसका मैं खंडन करता हूं. उन्होंने कहा कि ये यह मुद्दा उठाकर एक को मारने की कोशिश करते हैं, उसके घर जाते हैं, उसकी गाड़ी तोड़ते हैं, तोड़फोड़ करते हैं. ये अपमानजनक व्यवहार जो दलितों के खिलाफ हो रहा है, ये कभी सहन नहीं करेंगे. इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक समय था जब सदन में सदस्य ने जो भी कहा, एक्सपंज कर दिया तो वह एक्सपंज हो गया. आज इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकी की रफ्तार हमसे ज्यादा है. आज इसका मतलब बस रिकॉर्ड से हटाए जाने तक ही रह गया है.
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उन्होंने कहा कि इसे लेकर हमने घनश्याम तिवाड़ी की अगुवाई वाली एथिक्स कमेटी से कोड ऑफ कंडक्ट बनाने के लिए कहा है कि अगर कोई सदस्य ऐसे विषय पर बोल रहा है जो वास्तव में संवेदनशील है. जो सदन में कहा गया, उसे दोहराया न जाए और कोई उसे एंडोर्स न करे. सभापति जगदीप धनखड़ ने ये भी कहा कि जैसा खड़गे जी ने कहा, हमें व्यक्ति की सुरक्षा चिंताओं का भी ध्यान रखना है. इसके बाद कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्ष के नेता ने भावनाएं दर्शा दीं. एक तरफ आप ये कह रहे हैं कि जो डिलीट हो गया, कार्यवाही का हिस्सा नहीं रहा, उसे दोहराया नहीं जाना चाहिए. आज क्या हुआ.
राणा सांगा की वीरता को प्रणाम- प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी ने कहा कि आज उसी को तो दोहराया गया. उन्होंने ये भी कहा कि बहुत ही स्पष्ट कहना चाहता हूं कि राणा सांगा बहादुर थे. हमारे हीरो थे और हम उनका हीरो की तरह सम्मान करते हैं. राणा सांगा या किसी भी जाति-धर्म के हीरो हैं, वे पूरे देश के हीरो हैं. इस दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों की टिप्पणियों पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि अब राणा सांगा की तारीफ न करने दे, वो क्या है इसी से अंदाजा लगा लीजिए. राणा सांगा की वीरता को प्रणाम करता हूं लेकिन ये भी कहता हूं कि किसी का घर आप जला नहीं सकते.
कांग्रेस ने किया मुद्दे का राजनीतिकरण- राधामोहन
बीजेपी सांसद राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि रामजीलाल सुमन ने उसी दिन माफी मांग ली होती तो ये विवाद समाप्त हो गया होता लेकिन आश्चर्य की बात है कि सांसद का ये बयान आया कि मरते-मरते मर जाऊंगा लेकिन मैं अपना बयान वापस नहीं लूंगा. जब तक जीवित रहूंगा, तब तक इस बात को वापस नहीं लूंगा. उन्होंने कहा कि ये बताता है कि जो कुछ उन्होंने कहा था, वह सोच-समझकर नियोजित तरीके से कहा था और यह पूरे इंडिया ब्लॉक की मानसिकता को दर्शाता है. बीजेपी सांसद ने कहा कि एक बार एक सदस्य के कहे को तो छोड़ा जा सकता था लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष होते हुए इस सदन में जो कुछ भी कहा है, वह अक्षम्य है. वो अपराधियों को पूरी तरह संरक्षण देने का काम करता है.
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उन्होंने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष ने दलित समाज का मुद्दा उठाकर राणा सांगा को दोबारा पतित किया है, इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया है. ये कांग्रेस की सोची हुई मंशा है. बीजेपी सांसद ने कहा कि इतिहास गवाह है, ये कांग्रेस इर्विन के साथ समझौते किया करती थी, देश के लिए संघर्ष करने वालों को फांसी पर चढ़ाने के समझौते किया करती थी. ये राष्ट्र विरोधियों के साथ रहने के आदी हैं. उन्होंने दो टूक कहा कि अब जब तक रामजीलाल सुमन और कांग्रेस पार्टी, दोनों खड़े होकर अपने स्टैंड पर माफी नहीं मांगेंगे, हम समझौता नहीं करेंगे.
हिंसा को कोई भी सही नहीं ठहरा सकता- रिजिजू
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदस्य ने यहां जो बयान दिया, उसे एक्सपंज कर दिया. मुझे वास्तविकता की जानकारी नहीं है लेकिन मेरे हिसाब से अगर हमने एक्सपंज कर दिया है तो सदस्य उसे फिर नहीं कह सकते. विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि वाद-विवाद में नहीं पड़ना चाहता. आपने जो बातें राणा सांगा के बारे में जो बातें कही हैं, उन सबका हम सम्मान करते हैं. इनको क्या आपत्ति है. उन्होंने कहा कि किसी बात को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप किसी का घर जलाओ. संविधान इसकी इजाजत नहीं देता. उनको कम से कम इतिहास पढ़कर एक-दूसरे से बात कर लो.
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संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि खड़गे जी फिर से अपनी पुरानी गलती दोहरा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष इसे दलित से जोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये किसी के दलित होने की वजह से नहीं, एक सदस्य के बयान की वजह से है. हिंसा को कोई भी सही नहीं ठहरा सकता है. देश नियम कानून से चलता है. खड़गे ने कहा कि किसी भी वर्ग का कोई हो, क्या आप उसका घर बर्बाद कर सकते हो? एमपी की सुरक्षा होनी चाहिए.