गोल्ड स्मगलिंग के मामले में गिरफ्तार एक्ट्रेस रन्या राव के पिता डीजीपी रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश (compulsory leave) पर भेज दिया गया है. सूत्रों के अनुसार गोल्ड स्मगलिंग में जांच तेज होने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है.
वहीं, रन्या राव ने शनिवार को सेशंस कोर्ट में दूसरी जमानत याचिका दाखिल की. इससे पहले शुक्रवार को मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. रन्या के वकीलों ने कोर्ट से राहत की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है. सेशंस कोर्ट में सोमवार को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होने की संभावना है.
इससे पहले कन्नड़ अभिनेत्री रन्या राव ने डीआरआई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. रन्या ने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) अफसरों पर आरोप लगाया है कि पूछताछ के दौरान उन्हें कई बार थप्पड़ मारे गए, खाना नहीं दिया गया और DRI के अधिकारियों ने उसे खाली दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया.
DRI के अतिरिक्त महानिदेशक को लिखे पत्र में रन्या ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की बेटी कन्नड़ अभिनेत्री रन्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने 4 मार्च 2025 को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था. वह दुबई से 14.8 किलोग्राम सोना तस्करी कर लाने की कोशिश कर रही थीं. इस सोने की कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये आंकी गई है.
परप्पना अग्रहारा जेल के मुख्य अधीक्षक के माध्यम से भेजे गए अपने पत्र में रन्या ने दावा किया कि उन्हें विमान के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया और डीआरआई ने उन्हें स्पष्टीकरण देने का मौका दिए बिना हिरासत में ले लिया. रन्या ने कहा, "जब से मुझे हिरासत में लिया गया, तब से लेकर अदालत में पेश किए जाने तक, मुझे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिन अधिकारियों को मैं पहचान सकती हूं, उन्होंने मुझे 1015 बार थप्पड़ मारे. बार-बार मारपीट के बावजूद, मैंने उनके द्वारा तैयार किए गए बयानों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया."