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कहीं करंट लगाया गया, तो कहीं हुई अंधाधुंध फायरिंग, देखें अनोखा रावण दहन

गुजरात के नर्मदा जिले में केवड़िया में इसे अनोखे तरीके से जलाया गया. यहां रावण को बिजली का करंट लगाया गया. वहीं, राजस्थान के झुंझनू में रावण पर अंधाधुंध फायरिंग की गई. यह परंपरा 125 साल पुरानी बताई जा रही है. इन अनोखे रावण दहन के कार्यक्रमों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे.

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बिजली के तारों में स्पार्क होने के बाद रावण का पुतला धूं-धूं करके जलने लगा.
बिजली के तारों में स्पार्क होने के बाद रावण का पुतला धूं-धूं करके जलने लगा.

दशहरा के दिन रावण के पुतले का दहन पूरे देश में किया गया. मगर, गुजरात के नर्मदा जिले में केवड़िया में इसे अनोखे तरीके से जलाया गया. यहां रावण को बिजली का करंट लगाया गया. वहीं, राजस्थान के झुंझनू में रावण पर अंधाधुंध फायरिंग की गई. 

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सरदार सरोवर नर्मदा बांध के बिजली घर को चलाने वाले इंजीनियर और कर्मचारियों ने अलग ही तरीका अपनाया. यहां पर अधिकारियों ने रावण को जलाने के लिए करंट का इस्तेमाल किया. इन लोगों ने आज दशहरे के दिन रावण जलाने के लिए करीबन 50 फीट तक तार बिछाया. 

स्विच दबाते ही करंट से फुंका रावण 

इसके आगे एक स्विच को लगाया गया था. जैसे ही चीफ इंजीनियर एसजे यादव ने स्विच ऑफ किया रावण के पुतले के अंदर लगे तारों में स्पार्क हुआ. उसे करंट के स्पार्क के साथ ही चिंगारी निकली और रावण के पुतले का दहन हो गया.

 

उस अनोखे रावण दहन पर एसजे यादव ने कहा, “हम लोगों ने पूरी तरह सेफ्टी का ध्यान रखते हुए यह काम किया था. इसमें किसी भी तरह का जोखिम नहीं है. यहां से स्विच ऑन किया गया और उधर स्पार्क होने के साथ ही रावण का दहन हो गया.”

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झुंझुनूं में हुई धुंआधार फायरिंग 

झुंझुनूं के उदयपुरवाटी कस्बे में रावण दहन प्रदेश का अनूठा रावण दहन है. यहां रावण के पुतले के साथ उसकी सेना पर बंदूकों से अंधाधुंध गोलियां बरसाई गईं. पहले सेना का खात्मा किया गया और अंत में मशाल बाण से रावण के पुतले का दहन किया गया. 

मशाल बाण से रावण के पुतले का दहन किया गया.

125 साल पुरानी है परंपरा 

रावण दहन से पहले गोलियां बरसाने की दादूपंथी समाज की यह परंपरा करीब 125 साल पुरानी है. इसे उदयपुरवाटी के जमात क्षेत्र में बसे दादूपंथी समाज के लोग निभाते हैं. इस बार 31 फुट के रावण के पुतले का दहन किया गया. उदयपुरवाटी के जमात स्थित दादूपंथियों के अखाड़े से ध्वज यात्रा शस्त्र पूजन के बाद रावण दहन स्थल पहुंची.  

मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बेटे शिवम के साथ पहुंचे और उन्होंने भी गोलियां चलाईं.

यहां पर रावण और मेघनाथ के पुतले पर दादूपंथी समाज के लोगों द्वारा अंधाधुंध गोलियां बरसाई गई. कार्यक्रम में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बेटे शिवम गुढ़ा के साथ पहुंचे. शिवम ने भी रावण के पुतले पर गोलियां दागीं. इस मौके पर पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी व चेयरमैन रामनिवास सैनी भी मौजूद रहे. 

(झुंझनूं से नैना शेखावत की रिपोर्ट)

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