दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की Rau's कोचिंग के बेसमेंट में हुए हादसे में गिरफ्तार SUV चालक की जमानत याचिका कोर्ट ने रद्द कर दी है.आजतक के पास कोर्ट के ऑर्डर की कॉपी है, जिसमें अदालत ने गाड़ी चालक मनुज कथूरिया को जमानत नहीं दिए जाने का कारण बताया है. अदालत ने अपने फैसले में कहा कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को पानी से भरी सड़क पर कार चलाते हुए दिखाया गया है. गाड़ी की तेज रफ्तार के कारण बड़े पैमाने पर पानी का बहाव दिख रहा है.कोर्ट ने इसे गंभीर अपराध बताया है. बता दें कि टूटे गेट को जांच के लिए फोरेंसिक टीम ले गई है.
कोर्ट ने माना गाड़ी की रफ्तार से पानी का बहाव बढ़ा
कोर्ट ने अपने ऑर्डर में कहा कि सीसीटीवी फुटेज को देखने से पता चलता है कि आरोपी पानी से भरी सड़क पर तेज गाड़ी चला रहा है, जिससे पानी का बड़े पैमाने पर विस्थापन हो रहा है. कोर्ट ने कहा कि इसी के कारण पानी बेसमेंट में घुस गया, जिससे निर्दोष लोगों की जान चली गई.कोर्ट ने ये भी माना कि पानी का प्रेशर बढ़ने से गेट टूटा और पानी बेसमेंट में चला गया.अदालत ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि खतरे के बारे में जानकारी होते हुए भी गाड़ी चालक ने ध्यान नहीं दिया.
कोर्ट ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखने से प्रथम दृष्टया पता चलता है कि कुछ राहगीरों द्वारा उसे आने वाले खतरों के बारे में आगाह करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन उसने इस पर ध्यान नहीं दिया. कोर्ट ने गाड़ी ड्राइवर के आरोपों को गंभीर बताते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी. बता दें कि बुधवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों की ओर से दायर जमानत याचिका खारिज कर दी है.
मनुज कथूरिया पर क्या है आरोप
दरअसल, इस हादसे के बाद जब घटना की जांच शुरू हुई तो दिल्ली पुलिस को एक गाड़ी नजर आई. पुलिस ने कहा कि कोचिंग सेंटर के बाहर पानी से लबालब सड़क पर यह गाड़ी तेज रफ्तार से गुजरी. इस गाड़ी के गुजरने के बाद ही कोचिंग सेंटर में पानी घुसना शुरू हुआ. आरोप है कि तेज रफ्तार गाड़ी की वजह से पानी के प्रेशर से सेंटर का गेट टूट गया था. पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर गाड़ी के ड्राइवर मनुज को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया और मंगलवार कोर्ट कोर्ट में पेश किया.
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पत्नी ने बताई सिस्टम की गलती
उधर, मनुज कथूरिया की पत्नी सीमा ने कहा, 'यह पूरी तरह से गलत आरोप है. यह एक दर्दनाक घटना थी जिसके कारण 3 निर्दोष लोगों की जान चली गई. यह सिस्टम की विफलता है. कोई लापरवाही से गाड़ी नहीं चला रहा था. वीडियो सबके सामने है. मेरे पति तेज गति से गाड़ी नहीं चला रहे थे.मेरे पति बस सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे. अधिकारी पता लगाएं कि गलती किसकी है. कोचिंग संस्थान का मालिक वहां लाइब्रेरी क्यों चला रहा था जब उसके पास एनओसी नहीं था. जब सड़कों पर भारी जलजमाव था, तो पुलिस को सड़कों की घेराबंदी करनी चाहिए थी...'