देश में अनलॉक-4 लागू हो गया है. दिल्ली समेत कई शहरों में मेट्रो सेवा भी शुरू हो गई है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट में देशभर के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग वाली याचिका दायर की गई है. सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को इस बाबत नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. याचिका में मांग की गई है कि सभी धर्मों के प्रार्थना/उपासना स्थलों को कोरोना से बचाव की सावधानियों के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए.
गौरतलब है कि कोरोनावायरस महामारी के चलते देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू हुआ था, जिसके तहत सभी धार्मिक स्थल भी बंद हो गए थे. इसके बाद धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई तो शर्तों के साथ प्रार्थना की इजाजत दी गई. लेकिन अब भी कई राज्यों में धार्मिक स्थल नहीं खोले गए हैं या सिर्फ पुजारी या इमाम समेत चुनिंदा लोगों को ही इजाजत है.
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में इस मसले पर बॉम्बे हाई कोर्ट में अपना जवाब देते हुए धार्मिक स्थल खोलने में असमर्थता जताई है. याचिकाकर्ता ने सीमित प्रतिबंधों के साथ मंदिर खोलने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने कहा है कि इस पर विचार किया गया है लेकिन कोरोना के जो हालात हैं उसमें धार्मिक स्थल खोलना मुमकिन नहीं है.
बता दें कि त्योहारों के मौके पर भी धार्मिक स्थलों में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने पर मनाही है. हाल ही में ईद समेत दूसरे पर्वों पर सार्वजनिक तौर पर लोगों को इकट्ठा होने या एक साथ पूजास्थल में जमा होने की इजाजत नहीं मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी परमिशन नहीं दी थी. हालांकि, अनलॉक-4 के दौरान कई जगह शर्तों के साथ मंदिर खोल दिए गए हैं.