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Republic Day पर नहीं होगा कोई विदेशी चीफ गेस्ट, कोरोना संकट के बीच सरकार का फैसला

इस साल भी गणतंत्र दिवस पर कोई विदेशी गेस्ट नहीं आने वाला है. कोरोना संकट के बीच भारत सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है. पहले सी 5 के लीडर्स को गणतंत्र दिवस पर बुलाने की तैयारी थी. लेकिन अब वो प्लान रद्द कर दिया गया है.

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Republic Day पर नहीं होगा कोई विदेशी चीफ गेस्ट
Republic Day पर नहीं होगा कोई विदेशी चीफ गेस्ट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गणतंत्र दिवस पर विदेशी गेस्ट को बुलाने की पुरानी परंपरा
  • पिछले दो सालों से कोरोना की वजह से प्लान हो रहा रद्द

गणतंत्र दिवस पर हर साल दूसरे देश के बड़े नेताओं को भी न्योता दिया जाता है. कभी अमेरिका के राष्ट्रपति आते हैं तो कभी जापान के पीएम को न्योता दिया जाता है. लेकिन पिछले दो सालों से ये परंपरा पूरी नहीं हो पा रही है. पिछले साल ऐन वक्त पर यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का आना कैंसिल हो गया था और अब इस साल 5 बड़े देशों के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को जो बुलाने की तैयारी थी, अब वो प्लान रद्द कर दिया गया है.

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बताया गया है कि इस साल एशियाई देशों के पांच लीडर्स को बुलाने की तैयारी थी. लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने इन देशों में पैर तेजी से पसारे हैं. भारत में भी अभी कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में इस साल फिर किसी भी विदेशी गेस्ट को गणतंत्र दिवस के मौके पर नहीं बुलाया जा रहा है.

अब गणतंत्र दिवस पर भी C5 के नेता नहीं मौजूद रहने वाले हैं, लेकिन भारत सरकार ने उनके साथ एक वर्चुअल बैठक करने का फैसला किया है. ये बैठक भी 26 जनवरी को ही की जाएगी. उस बैठक में इन देशों के साथ भारत के जो  30 साल पुराने रिश्ते हैं, उस पर मंथन रहेगा. अभी के लिए भारत की तरफ से 26 जनवरी की तारीफ प्रस्तावित की गई है, आधिकारिक घोषणा होना बाकी है.

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जानकारी के लिए बता दें कि C5 के अंदर कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान जैसे देश आते हैं. जब देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट ने तेजी से पैर पसारना शुरू नहीं किया था, तब इन सभी देशों के लीडर्स को भारत की तरफ से गणतंत्र दिवस का न्योता दिया गया था. लेकिन अब लगातार दूसरे साल कोई विदेशी गेस्ट मौजूद नहीं रहने वाला है.

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